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स्कूल में मोबाइल ले जाने पर होगी करवाइ – मोबाइल होगा जब्त – बडा़ बदलाव

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By arcarrierpoint

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स्कूल में मोबाइल ले जाने पर होगी करवाइ - मोबाइल होगा जब्त - बडा़ बदलाव

स्कूल में मोबाइल ले जाने पर होगी करवाइ – मोबाइल होगा जब्त – बडा़ बदलाव:- बोर्ड परीक्षाओं और बच्चों की पढ़ाई को ध्यान में रखते हुए स्कूलों में मोबाइल फोन ले जाने पर सख्ती बढ़ा दी गई है। खासकर सरकारी स्कूलों में छात्रों द्वारा मोबाइल लाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है। यदि कोई छात्र मोबाइल लेकर आता है तो मोबाइल जब्त कर लिया जाएगा और जरूरत पड़ने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी।

इस बड़े बदलाव की जानकारी शिक्षक-अभिभावक बैठक के दौरान अभिभावकों को दी जा रही है, ताकि बच्चे पढ़ाई पर अधिक ध्यान दें और मोबाइल से होने वाले नुकसान से बच सकें।

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मैट्रिक-इंटर की प्रैक्टिकल विषयों की परीक्षा 19 नवंबर से शुरू होगी. परीक्षा अपने स्कूल में ही होगी. परीक्षार्थियों को सेंटअप परीक्षा में मोबाइल और अन्य संचार उपकरण ले जाने पर प्रतिबंध है. इसके साथ ही परीक्षार्थियों को परीक्षा के दौरान किसी भी तरह का इलेक्ट्रॉनिक गैजेट और पाठ्य सामग्री ले जाने पर रोक है. परीक्षा के दौरान परीक्षार्थी केवल स्टेशनरी के सामान ले जा सकेंगे.

यदि कोई विद्यार्थी मोबाइल फोन, अन्य संचार उपकरण या इलेक्ट्रॉनिक गैजेट के साथ पकड़ा जायेगा तो ऐसे स्टूडेंट्स पर कार्रवाई होगी. इसके साथ परीक्षा के दौरान वीक्षण कार्य में लगे शिक्षकों को भी मोबाइल मनाही रहेगी. यह परीक्षा ठीक उसी तरह आयोजित होगी जिस कड़ाई और अनुशासन के साथ बोर्ड की वार्षिक परीक्षाएं आयोजित की जाती है. इस परीक्षा में 75% उपस्थिति पूरी करने वाले ही स्टूडेंट्स शामिल होंगे.

बोर्ड परीक्षा को ध्यान में रखते हुए अब जिले के सरकारी स्कूलों में भी बच्चों के मोबाइल लाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जिला शिक्षा कार्यालय ने इस संबंध में सभी स्कूलों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि फरवरी में होने वाली बोर्ड परीक्षा के मद्देनजर बच्चों को पढ़ाई पर पूरा ध्यान देना जरूरी है। इसलिए शिक्षकों को यह निर्देश दिया गया है कि वे छात्रों को मोबाइल से दूरी बनाने के लिए जागरूक करें और उन्हें पुस्तक से पढ़ाई करने की सलाह दें।

जिला शिक्षा कार्यालय ने कहा है कि अगली शिक्षक अभिभावक संगोष्ठी में इस मुद्दे पर विशेष चर्चा की जाएगी। अभिभावकों को बताया जाएगा कि घर पर बच्चों की पढ़ाई के समय मोबाइल बंद रखें और उनकी पढ़ाई पर नजर रखें। साथ ही स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे स्कूल की दीवारों पर मोबाइल प्रतिबंध से जुड़ी सूचना लिखें, ताकि हर अभिभावक को इसकी जानकारी रहे कि स्कूल परिसर में मोबाइल लाने की अनुमति नहीं है।

दिशा-निर्देश के अनुसार, यदि कोई छात्र स्कूल में मोबाइल लेकर आता है तो मोबाइल जब्त कर लिया जाएगा। इसके बाद अभिभावकों को बुलाकर उन्हें बताया जाएगा कि मोबाइल बच्चों की पढ़ाई पर कैसे नकारात्मक असर डालता है। अभिभावकों से कहा गया है कि वे घर पर भी बच्चों को मोबाइल से दूर रखें और केवल आवश्यकता पड़ने पर ही मोबाइल दें।

शिक्षक बच्चों को मोबाइल के फायदे और नुकसान के बारे में समझाएंगे और बताएंगे कि परीक्षा के समय मोबाइल पढ़ाई में बाधा डालता है। बच्चों को यह भी समझाया जाएगा कि वे स्कूल में पढ़ाई के बाद घर जाकर रिवीजन करें और ज्यादा समय किताबों के साथ बिताएं।

परीक्षा को देखते हुए जिले के सरकारी स्कूलों में बच्चों को मोबाइल फोन लाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इस संबंध में जिला शिक्षा कार्यालय ने स्कूल में बच्चों के मोबाइल के इस्तेमाल पर रोक लगाने का निर्देश दिया है.

जिला शिक्षा कार्यालय ने स्कूल के प्रधान को निर्देशित किया है अगर कोई बच्चा मोबाइल लाता है उसे जब्त कर लिया जाये और इसकी सूचना अभिभावकों को दी जायेगी. अभिभावकों को बुलाकर यह बताया जायेगा कि मोबाइल पढ़ाई के दौरान क्या-क्या नुकसान पहुंचा सकता है. बच्चों को मोबाइल उसी समय दें, जब बहुत जरूरत हो.

फरवरी 2026 में बोर्ड परीक्षा है. बोर्ड परीक्षा के समय मोबाइल का प्रयोग जरूरत के हिसाब करें. शिक्षकों को इस संबंध में दिशा-निर्देश दिया गया है कि वे बच्चों को मोबाइल का प्रयोग नहीं करने को लेकर जागरूक करेंगे.

शिक्षक बच्चों को इसके प्रयोग के लाभ और हानि के बारे में उदाहरण देकर समझायेंगे. यह बताया जायेग कि परीक्षा के समय पुस्तक पढ़ाई करें.

स्कूल में जब भी शिक्षक-अभिभावक संगोष्ठी हो अभिभावकों को यह बताया जायेग कि घर पर भी बच्चे पढ़ाई करें तो उन्हें मोबाइल नहीं दे. केवल पुस्तक से पढ़ाई करें. मोबाइल को बच्चों से दूर रखेंगे. घर पर बच्चों को पढ़ते समय पर अभिभावक ध्यान दें.

आज के बच्चे खाना के समय से लेकर पढ़ाई के समय तक मोबाइल देखते रहते हैं. शिक्षकों से कहा गया है कि स्कूल की दीवारों पर मोबाइल के प्रयोग पर लगाये गये प्रतिबंध को अंकित करें. ताकि अभिभावक कभी स्कूल आयें तो उन्हें दिखे कि बच्चों को स्कूल में मोबाइल लाने पर रोक है.

जिला शिक्षा विभाग के मुताबिक यह नियम परीक्षा सत्र 2026 तक अनिवार्य रहेगा।
संभव है कि आगे इसे और भी कड़ाई से लागू किया जाए।

निष्कर्ष

मोबाइल तकनीक का एक महत्वपूर्ण साधन है, लेकिन इसका गलत उपयोग बच्चों के भविष्य पर नकारात्मक असर डाल सकता है। इसी वजह से स्कूलों में मोबाइल पर प्रतिबंध लगाया गया है।
यह कदम छात्रों के लिए फायदेमंद है, क्योंकि इससे पढ़ाई पर ध्यान बढ़ेगा, अनुशासन बना रहेगा और परीक्षा की तैयारी बेहतर होगी।

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यह वेबसाइट Sumit Sir के निर्देशन में संचालित है। इस बेवसाइट पर सही और सटीक जानकारी सबसे पहले उपलब्ध कराया जाता है। सुमित सर के पास पिछले पांच साल से ऑनलाइन और ऑफलाइन पढाने का अनुभव है। धन्यवाद।

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