आधार सीडिंग जरूरी | तभी मिलेगा साइकिल पोशाक छात्रवृत्ति प्रोत्साहन राशि का लाभ:-राज्य में अब पांच से दस साल के बच्चों की भी आधार सीडिंग की जाएगी। इसके लिए सभी बच्चों का डेटाबेस तैयार किया जाना है। इसे लेकर भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने सभी नोडल एजेंसी से बच्चों की सूची मांगी है। बच्चों के आधार को उनके बैंक खाते से जोड़ा जाएगा। इससे सभी योजनाओं का लाभ बच्चे ले पाएंगे। योजना की राशि सीधे बच्चे के खाते में जाएगी।
पांच से दस साल के बच्चों की होगी आधार सीडिंग
बिहार में यूआईडीएआई की 6 नोडल एजेंसी है। इन एजेंसी के माध्यम से आधार बनाया जाता है। बच्चों का आधार बनाने का काम डाक विभाग द्वारा की जाती है। डाक विभाग के 580 आधार सेवा केंद्र संचालित हैं। इसके अलावा अन्य नोडल यानी सीआरसी, ब्लॉक कार्यालय आदि जगहों पर भी आधार बनाया जाता है। पहले चरण में 10 लाख बच्चों की आधार सीडिंग की जाएगी।
योजना से वंचित नहीं होंगे बच्चे
इसका सबसे बड़ा फायदा उन बच्चों को होगा जो किसी कारण से सरकारी योजना का लाभ नहीं उठा पाते हैं। एक बार बच्चों के बैंक खाते को उनके आधार से लिंक कर दिया जाएगा तो इससे संबंधित योजना के डेटाबेस में चला जाएगा। इससे योजना के लाभ की राशि समय पर सीधे बच्चों के खाते में चली जाएगी।
योजना का लाभ देने के लिए बच्चों के खाते आधार से होंगे लिंक
अक्सर पकड़ में आता है कि बच्चों के योजना की राशि को अभिभावक खर्च कर देते हैं। कई बार बच्चे को पता भी नहीं होता है कि उन्हें किस योजना की राशि कब प्राप्त हुई। आधार सीडिंग से हर बच्चे का अपना बैंक खाता होगा। बच्चे खुद उसे चला भी सकते हैं। किस योजना का लाभ उन्हें मिला, इसकी जानकारी बच्चों को होगी।
योजना का लाभ देने के लिए बच्चों के खाते आधार से होंगे लिंक
अभी तक पांच साल से दस साल तक के बच्चों का आधार कार्ड बनाते समय अंगूठे का निशान नहीं लिया जाता था। लेकिन अब इसमें भी बदलाव किया गया है। अब पांच साल से सात साल के अंदर अभिभावकों को बच्चे के आधार को अपडेट करवाना होगा। इसके तहत बच्चों के अंगूठे का निशान लिया जाएगा। अभिभावक किसी भी आधार सेवा केंद्र पर जाकर यह करवा सकते हैं।
आधार सीडिंग का महत्व
आधार-सीडिंग का मतलब है अपने आधार नंबर को बैंक खाते से जोड़ना। यह निम्नलिखित कारणों से जरूरी है:
- पारदर्शिता: डीबीटी के जरिए राशि सीधे लाभार्थी के खाते में जाती है, जिससे भ्रष्टाचार और बिचौलियों की भूमिका खत्म होती है।
- धोखाधड़ी पर रोक: आधार सीडिंग से दोहरे नामांकन (एक ही छात्र का दो स्कूलों में रजिस्ट्रेशन) और फर्जीवाड़े को रोका जाता है।
- तेज प्रक्रिया: आधार-लिंक्ड खाते के जरिए राशि तुरंत ट्रांसफर होती है।
- योजना की शर्त: बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में साइकिल, पोशाक और छात्रवृत्ति योजनाओं का लाभ लेने के लिए आधार सीडिंग अनिवार्य है।
1. मुख्यमंत्री बालक/बालिका साइकिल योजना (बिहार)
- लाभ: कक्षा 9 में पढ़ने वाले छात्रों को साइकिल खरीदने के लिए ₹3000।
- शर्तें:
- 75% स्कूल उपस्थिति (2021-22 को छोड़कर, जब कोरोना के कारण यह शर्त हटाई गई थी)।
- आधार से लिंक किया हुआ बैंक खाता।
- लाभार्थी: सरकारी स्कूलों के कक्षा 9 के छात्र।
2. मुख्यमंत्री पोशाक योजना (बिहार)
- लाभ:
- कक्षा 1-2: ₹600
- कक्षा 3-5: ₹700
- कक्षा 6-8: ₹1000
- शर्तें:
- आधार-लिंक्ड बैंक खाता (प्राथमिक और मिडिल स्कूल के लिए अभिभावक का खाता)।
- 75% उपस्थिति।
- लाभार्थी: सरकारी स्कूलों के कक्षा 1-8 के छात्र।
3. छात्रवृत्ति योजना (बिहार और उत्तर प्रदेश)
- लाभ:
- कक्षा 1-4: ₹600
- कक्षा 5-6: ₹1000
- कक्षा 7-10: ₹1800
- शर्तें:
- आधार-लिंक्ड बैंक खाता।
- 75% उपस्थिति।
- लाभार्थी: सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों के छात्र।
4. मुख्यमंत्री बालिका (इंटर) प्रोत्साहन योजना (बिहार)
- लाभ:
- 10वीं पास प्रथम श्रेणी वाली बालिकाओं को ₹10,000।
- 12वीं पास अविवाहित बालिकाओं को ₹25,000।
- शर्तें:
- आधार से लिंक किया हुआ छात्रा का बैंक खाता।
- मेधासॉफ्ट पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन।
- लाभार्थी: सरकारी स्कूलों की 10वीं और 12वीं पास बालिकाएं।
आधार सीडिंग की प्रक्रिया: स्टेप-बाय-स्टेप गाइड
आधार सीडिंग की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए निम्नलिखित कदम उठाएं:
स्टेप 1: आवश्यक दस्तावेज तैयार करें
- आधार कार्ड: छात्र या अभिभावक का आधार नंबर।
- बैंक खाता विवरण: पासबुक या चेक जिसमें खाता नंबर, IFSC कोड और शाखा का नाम हो।
- मोबाइल नंबर: आधार से लिंक्ड मोबाइल नंबर, ताकि OTP प्राप्त हो सके।
- स्कूल आईडी: स्कूल द्वारा दी गई छात्र आईडी या रजिस्ट्रेशन नंबर।
स्टेप 2: बैंक में आधार लिंक करें
आपके पास दो विकल्प हैं:
विकल्प 1: बैंक शाखा में जाएं
- अपने नजदीकी बैंक शाखा में जाएं।
- आधार सीडिंग फॉर्म भरें (बैंक से प्राप्त करें)।
- आधार कार्ड की कॉपी, पासबुक की कॉपी, और एक पासपोर्ट साइज फोटो जमा करें।
- बैंक कर्मचारी आपका आधार नंबर खाते से लिंक करेंगे और आपको कन्फर्मेशन देंगे।
- प्रक्रिया पूरी होने में 2-5 कार्यदिवस लग सकते हैं।
विकल्प 2: एनपीसीआई पोर्टल के माध्यम से
- एनपीसीआई की वेबसाइट (https://www.npci.org.in/) पर जाएं।
- आधार मैपिंग सेक्शन में जाएं और अपने बैंक का चयन करें।
- आधार नंबर, बैंक खाता नंबर, और लिंक्ड मोबाइल नंबर दर्ज करें।
- OTP के जरिए वेरिफिकेशन पूरा करें।
- स्टेटस चेक करने के लिए कुछ दिनों बाद फिर से लॉगिन करें।
स्टेप 3: स्कूल में विवरण जमा करें
- स्कूल के प्रधानाध्यापक या कार्यालय में आधार नंबर और बैंक खाता विवरण जमा करें।
- सुनिश्चित करें कि स्कूल ने आपका डेटा मेधासॉफ्ट पोर्टल (बिहार) या यूपी स्कॉलरशिप पोर्टल (उत्तर प्रदेश) पर अपलोड किया है।
- स्कूल से रसीद या कन्फर्मेशन नंबर लें।
स्टेप 4: आधार सीडिंग की स्थिति जांचें
- ऑनलाइन चेक करें:
- बिहार: मेधासॉफ्ट पोर्टल (http://medhasoft.bih.nic.in/) पर जाएं। अपनी स्कूल आईडी, आधार नंबर या रजिस्ट्रेशन नंबर से स्टेटस चेक करें।
- उत्तर प्रदेश: यूपी स्कॉलरशिप पोर्टल (https://scholarship.up.gov.in/) पर लॉगिन करें और स्टेटस देखें।
- बैंक में पूछताछ: बैंक शाखा में जाकर आधार लिंकिंग की पुष्टि करें।
- स्कूल से संपर्क: स्कूल के कार्यालय से पूछें कि आपका डेटा पोर्टल पर अपलोड हुआ है या नहीं।
स्टेप-5: राशि की स्थिति जांचें
- मेधासॉफ्ट पोर्टल (बिहार): राशि ट्रांसफर की स्थिति, तारीख, और राशि की जानकारी चेक करें।
- यूपी स्कॉलरशिप पोर्टल (उत्तर प्रदेश): स्टूडेंट डैशबोर्ड पर लॉगिन करके पेमेंट स्टेटस देखें।
- बैंक स्टेटमेंट: अपने बैंक खाते में जाकर पासबुक अपडेट करें या ऑनलाइन स्टेटमेंट चेक करें।
महत्वपूर्ण टिप्स
- समय-सीमा का ध्यान रखें: कई राज्यों में आधार सीडिंग के लिए अंतिम तिथि (जैसे 20 अक्टूबर) तय की जाती है। स्कूल या सरकारी नोटिफिकेशन चेक करें।
- सही जानकारी दें: आधार नंबर, बैंक खाता नंबर, और IFSC कोड में गलती न करें।
- स्कूल से संपर्क में रहें: स्कूल समय-समय पर आधार सीडिंग की प्रगति की जानकारी देता है।
- मोबाइल नंबर अपडेट रखें: आधार से लिंक्ड मोबाइल नंबर सक्रिय रखें, क्योंकि OTP के लिए यह जरूरी है।
- धोखाधड़ी से बचें: आधार या बैंक विवरण किसी अनजान व्यक्ति या वेबसाइट के साथ साझा न करें।
समस्याओं का समाधान
- आधार लिंकिंग में देरी: बैंक में फॉलो-अप करें और स्टेटस चेक करें।
- पोर्टल पर डेटा अपलोड नहीं: स्कूल के प्रधानाध्यापक से संपर्क करें और डेटा अपलोड करवाएं।
- राशि नहीं मिली: मेधासॉफ्ट/यूपी स्कॉलरशिप पोर्टल पर स्टेटस चेक करें और स्कूल या जिला शिक्षा कार्यालय में शिकायत दर्ज करें।
- आधार में गलत जानकारी: नजदीकी आधार केंद्र में जाकर जानकारी अपडेट करवाएं।
निष्कर्ष
आधार सीडिंग सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। समय पर आधार को बैंक खाते से लिंक करके और स्कूल में विवरण जमा करके आप साइकिल, पोशाक, और छात्रवृत्ति योजनाओं का लाभ आसानी से ले सकते हैं। मेधासॉफ्ट या यूपी स्कॉलरशिप पोर्टल पर नियमित रूप से स्टेटस चेक करें और किसी भी समस्या के लिए स्कूल या बैंक से संपर्क करें। यह सुनिश्चित करें कि आपकी जानकारी सही और अपडेटेड हो, ताकि राशि आपके खाते में समय पर पहुंचे।
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