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कनाडा और अमेरिका में जाकर कामना है करोड़ों – तो ये खबर जरूर पढ़ें

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By arcarrierpoint

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कनाडा और अमेरिका में जाकर कामना है करोड़ों - तो ये खबर जरूर पढ़ें

कनाडा और अमेरिका में जाकर कामना है करोड़ों – तो ये खबर जरूर पढ़ें:-आज भी भारत के लाखों युवा अमेरिका और कनाडा जाने का सपना देखते हैं। वजह साफ है — बेहतर जीवन, डॉलर की कमाई, और उज्जवल भविष्य।

लेकिन हाल की घटनाएँ और रिपोर्ट्स बता रही हैं कि अब विदेश में बसना उतना आसान नहीं है जितना लोग सोचते हैं। कड़े वीजा नियम, भाषा परीक्षा और फर्जी डॉक्यूमेंट की जांच ने भारतीयों को मुसीबत में डाल दिया है।

कनाडा-में अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए हालिया वीजा प्रतिबंधों का सबसे बड़ा असर भारतीय छात्रों पर पड़ा है. अगस्त, 2025 तक भारतीय छात्रों के करीब 74% वीजा आवेदन अस्वीकृत कर दिये गये, जबकि पिछले वर्ष यह दर केवल 32% थी.

कुल भारतीय आवेदकों की संख्या 20,900 से घट कर केवल 4,515 रह गयी है. यानी पांच गुना कमी. इसके विपरीत, चीन के छात्रों के लिए अस्वीकृति दर 24% रही, जिससे यह साफ है कि भारत से आने वाले आवेदनों पर कनाडा अब कहीं अधिक सख्त है. पिछले कुछ वर्षों से दोनों देशों के बीच रिश्ते तनावपूर्ण रहे हैं.

भारत पर एक कनाडाई नागरिक की हत्या में संलिप्तता का आरोप लगाया था, जिसे भारत ने खारिज कर दिया. इसके बाद कूटनीतिक खटास बढ़ी और अब वही असर शैक्षणिक और वीजा नीति में दिखने लगा है. एक दशक से अधिक समय तक कनाडा भारतीय छात्रों का पसंदीदा गंतव्य रहा है, लेकिन अब वहां का माहौल बदल गया है.

कनाडा ने 2023 में 1,550 फर्जी स्वीकृति पत्रों का भंडाफोड़ किया था, जिनमें से ज्यादातर भारत से जुड़े थे. बाद वीजा जांच प्रक्रिया और कड़ी कर दी गयी. अब छात्रों की पात्रता सीमा भी बढ़ा दी गयी है. पिछले वर्ष 14,000 फर्जी पत्रों की पहचान की गयी थी.

कनाडा की संसद में पेश एक नये विधेयक से चिंता और बढ़ गयी है. बिल में प्रावधान है कि इमिग्रेशन अथॉरिटी किसी भी अस्थायी वीजा को कभी भी रद्द कर सकेगी या जारी ही न करे. इसके अलावा, उन्हें भारतीय और बांग्लादेशी आवेदनों की जांच के लिए अमेरिकी संस्थाओं से साझेदारी का अधिकार दिया गया है.

कनाडा के कई इलाकों में इन प्रस्तावों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. 300 से अधिक नागरिक संगठनों ने आशंका जतायी है कि सरकार इससे सामूहिक निर्वासन तंत्र स्थापित कर सकती है. शिक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इसका सीधा असर उसकी अंतरराष्ट्रीय छवि और उच्च शिक्षा बाजार पर पड़ेगा.

भारत ओटावा स्थित भारतीय दूतावास ने कहा है कि वीजा जारी करना कनाडा का अधिकार क्षेत्र है, लेकिन भारतीय छात्रों की शैक्षणिक उत्कृष्टता से कनाडाई संस्थानों ने हमेशा लाभ उठाया है. दूतावास ने उम्मीद जतायी कि नीति में संतुलन लाकर शिक्षा सहयोग को फिर से पटरी पर लाया जायेगा.

अमेरिका-में अंग्रेजी दक्षता अनिवार्य करने के बाद 7,000 से अधिक ट्रक ड्राइवरों को सेवा से निलंबित कर दिया गया है। परिवहन मंत्री सीन डफी के मुताबिक इनमें बड़ी संख्या भारतीय मूल के ट्रकर्स की है, जिनमें अधिकतर पंजाब और हरियाणा से हैं।

देशभर में 1.5 लाख सिख ट्रकर्स काम करते हैं। नया नियम कहता है कि वाणिज्यिक लाइसेंसधारी ड्राइवरों को अंग्रेजी बोलनी और समझनी आनी चाहिए। यह कदम हाल के सड़क हादसों के बाद उठाया है। ट्रकिंग एसोसिएशनों ने इसे भाषाई भेदभाव बताया था वहीं सरकार का कहना है कि आवश्यक है।

कैलिफोर्निया में 3 लोगों की मौत के मामले में गिरफ्तार भारतीय मूल के ट्रक ड्राइवर जशनप्रीत सिंह के खून में किसी नशे (शराब या ड्रग्स) का अंश नहीं पाया गया। हालांकि, वह गंभीर लापरवाही से हत्या और लापरवाह ड्राइविंग से चोट पहुंचाने के आरोपों में जेल में है। दरअसल, 21 वर्षीय जशनप्रीत सिंह अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने के बाद 2022 से यहां रह रहा था।

विदेश अब कामचलाऊ तैयारी वाले नहीं, बल्कि क्वालिफाइड और स्किल्ड लोगों को ही प्रवेश दे रहा है।

  • लाखों रुपये एजेंट को देकर नुकसान
  • वीज़ा रिजेक्ट — बार बार अप्लाई नहीं कर सकते
  • डिपोर्ट होने पर भविष्य के सभी वीज़ा खतरे में
  • कई देशों में बैन लग सकता है

सपना टूट सकता है, करियर खतरे में पड़ सकता है।

यदि आप सच में विदेश जाना चाहते हैं तो:-

  • IELTS/TOEFL की तैयारी करें
  • फर्जी कंसल्टेंट से दूर रहें
  • असली डॉक्यूमेंट रखें
  • किसी स्किल में माहिर बनें
    जैसे: नर्सिंग, IT, ट्रक ड्राइविंग + भाषा, इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर, कुकिंग, हॉस्पिटैलिटी

कनाडा और अमेरिका के अलावा जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, गल्फ कंट्री और जापान में भी अवसर हैं — वहाँ स्किल-आधारित भर्ती चल रही है।

विदेश जाना गलत नहीं है,
लेकिन जल्दबाज़ी और गलत तरीके सबसे बड़ी गलती है।

  • सही जानकारी
  • सही डॉक्यूमेंट
  • सही स्किल
  • धैर्य

तभी विदेश में सफलता मिलेगी, वरना पैसा और समय दोनों बर्बाद होगा।

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यह वेबसाइट Sumit Sir के निर्देशन में संचालित है। इस बेवसाइट पर सही और सटीक जानकारी सबसे पहले उपलब्ध कराया जाता है। सुमित सर के पास पिछले पांच साल से ऑनलाइन और ऑफलाइन पढाने का अनुभव है। धन्यवाद।

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