जीवन में होना है सफल तो सुंदर पिचई के ये बातें गांठ बांध लें

जीवन में होना है सफल तो सुंदर पिचई के ये बातें गांठ बांध लें

जीवन में होना है सफल तो सुंदर पिचई के ये बातें गांठ बांध लें:-टेक्नोलॉजी आपको सक्षम बनाती है। अंततः हम समाज हैं, हमें यह निश्चित करना होगा कि हम टेक्नोलॉजी का उपयोग समाज में कैसे करते हैं। टेक्नोलॉजी अलग-थलग करने वाली या इतनी कठिन न हो कि यह आपको अन्य चीजों से जुड़ने से रोक दें। हममें से सभी जिनके बच्चे हैं, इस बारे में चिंता करते हैं और इससे जूझते हैं। सही टेक्नोलॉजी वास्तविक दुनिया में कम्युनिकेशन को मजबूती दे सकती है। आज, जब आप लोगों को सड़कों पर चलते हुए फोन में डूबे हुए देखते हैं, तो आप महसूस करते हैं कि टेक्नोलॉजी आपको इससे जुड़ने के लिए मजबूर करती है। यह इस तरह से नहीं बनाई गई है कि मनुष्य जीवन कैसे जीते हैं।

हर पीढ़ी नई टेक्नोलॉजी के बारे में चिंतित होती है और महसूस करती है कि इस बार यह अलग है। हमारे माता-पिता को भी सिंगर एल्विस प्रेस्ली के बच्चों पर पड़ने वाले प्रभाव की चिंता थी। इसलिए मैं हमेशा सवाल करता हूं, ‘इस बार यह क्यों अलग होगा?’ यह कहते हुए, मुझे एहसास है कि इस बार हो कहीं ज्यादा तेज है। रहा बदलाव पहले से चीजें काफी बदल गई हैं।

हम चीजों पर बहुत अधिक विचार-विमर्श करने लगे हैं, और हम जो करते हैं उसके बारे में अधिक विचारशील हो गए हैं। लेकिन यहां एक गहरी बात है। टेक्नोलॉजी मानवता की समस्याओं का समाधान नहीं करती। ऐसा सोचना हमेशा बयकाना था। टेक्नोलॉजी केवल हमारी मदद करती है, लेकिन मानवता को अपनी समस्याओं का सामना खुद करना होगा। मुझे लगता है हम टेक्नोलॉजी पर समस्याओं को हल करने के लिए बहुत अधिक निर्भर हो गए हैं और शायद इस समय, हम टेक्नोलॉजी को सभी समस्याओं का स्रोत मान रहे हैं।

पहले दिन से ही गूगल में कर्मचारियों की मजबूत आवाज रही है। एक बड़ी कंपनी चलाते हुए, मैंने हमेशा इसे मददगार पाया, क्योंकि आप अपने कर्मचारियों पर भरोसा करते हैं कि वे बड़े पैमाने पर चीजों को सही करेंगे। ऐसे में जब कर्मचारी अपनी बात रखते हैं, तो वो कंपनी की ताकत का रूप होती है।

जब लोग दूसरी कंपनियों से आते हैं तो वे चौंक जाते हैं कि गूगल कितनी पारदर्शी है। आपको पता होता है कि कंपनी में क्या हो रहा है। लेकिन यह कभी-कभी मुश्किल भी हो सकता है, और सिर्फ इसलिए कि आपके पास पारदर्शिता है. इसका मतलब यह नहीं है कि आपके पास सही संतुलन भी है।

  • अपने सपनों और दिल की सुनें। कुछ ऐसा करें जो उत्साहित करे।
  • कभी-कभी खुद को असुरक्षित महसूस करने दें, यह आपको एक व्यक्ति के रूप में बहने में मदद करेगा।
  • आप कुछ बार असफल हो सकते हो, जो ठीक है। अंत में जरूर ऐसा करोगे जो सार्थक होगा।
  • एक लीडर के रूप में, केवल अपनी सफलता को देखना महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि दूसरों की सफलता पर ध्यान केंद्रित करना भी जरूरी है।
  • प्रेम ब्रह्माण्ड की सबसे बड़ी शक्ति है। यह नैतिक ब्रह्माण्ड की धड़कन है। जो प्रेम करता है, वह ईश्वर के अस्तित्व में भागीदार है।
  • बुद्धिमत्ता और चरित्र ही सच्ची शिक्षा का लक्ष्य हैं।
  • सच्ची शांति केवल तनाव की अनुपस्थिति नहीं है। यह न्याय की उपस्थिति भी है।
  • किसी भी व्यक्ति को तुम्हें इतना नीचे मत गिराने दो कि तुम उससे घृणा करने लगी।
  • किसी व्यक्ति का अंतिम मापदंड यह नहीं है कि बह सुविधा और आराम के क्षणों में कहां खड़ा है, बल्कि यह है कि वह चुनीती और विवाद के समय कहां खड़ा है।
  • हम निराशा के पहाड़ से आशा का पत्वर निकालने में सक्षम हैं।
  • अंधकार अंधकार को दूर नहीं कर सकता; केवल प्रकाश ही ऐसा कर सकता है। घृणा घृणा को दूर नहीं कर सकती, केवल प्रेम ही ऐसा कर सकता है।
  • हमारी वैज्ञानिक शक्ति हमारी आध्यात्मिक शक्ति से आगे निकल गई है। हमारे पास निर्देशित मिसाइलें और गुमराह लोग हैं।

जन्म-15 जनवरी 1929 , निधन-4 अप्रैल 1968 अमेरिका के पादरी, आंदोलनकारी एवं अफ्रीकी-अमेरिकी नागरिक अधिकारों के संघर्ष के प्रमुख नेता थे। उन्हें अमेरिका का गांधी भी कहा जाता है।

टिप्स लीडर से तारीफ पाकर लोग प्रेरित होते हैं, उनकी प्रोडक्टिविटी बढ़ जाती है

बेहतरीन लीडरशिप स्किल में यह बात भी शामिल है कि आप लोगों की सराहना किस तरह से करते हैं। बेहद कम लोगों को यह हुनर आता है। लेकिन यह बेहद आवश्यक हुनर है जो हर लीडर में होना चाहिए। इससे टीम प्रेरित होती है, लोगों की प्रोडक्टिविटी बढ़ती है। बेहतरीन काम करने की इच्छा भी प्रबल होती है। तारीफ तो सभी कर लेते हैं, लेकिन प्रभावशाली व असरदार तरीके से किसी की तारीफ करना बड़ी बात है, जो बेहद कम लोगों को आता है। काम पर रहते हुए असरदार तरीके से लोगों की तारीफ करने के ये उपाय अपना सकते हैं….

आप किसी की भी सराहना करें, सबसे अहम यह है कि आपकी तारीफ नकली और बनावटी न लगे। अपना कोई काम करवाना है यह सोचकर केवल लोगों को खुश करने के लिए तारीफ न करें। इसलिए भी तारीफ न करें कि आपको उन्हें चीयर-अप करना है। तारीफ सच्ची होनी चाहिए। अगर आप सच नहीं कहेंगे तो आपकी साख नहीं बनेगी। लोग आप पर पूरी तरह भरोसा नहीं कर पाएंगे।

जब आप किसी की तारीफ करते हैं, तो यह जरूरी हो जाता है कि आप उदाहरण दें और विस्तार से अपनी पूरी बात लोगों के समक्ष रखें। आप किसकी तारीफ कर रहे हैं, क्यों कर रहे हैं, तारीफ की वजह क्या है… यह बेहद स्पष्ट होना चाहिए। जब आप अपनी बात रखते हुए स्पष्ट होते हैं, तभी लोगों को समड़ा में आ पाता है कि आप आखिर क्या कहना चाहते हैं और किस वजह से कहना चाहते हैं।

अक्सर लोगों को केवल नतीजों से अपनी पहचान बनाना अच्छा नहीं लगता है। वे चाहते हैं उनकी मेहनत पर बात हो। अगर लीडर्स केवल नतीजों पर बात करेंगे, तो लोगों पर अनावश्यक दबाव पड़ेगा कि वे अगली बार इससे बेहतर नतीजे लाएं। तारीफ करते हुए आपका फोकस उनकी मेहनत, संघर्ष, त्याग और काम पूरा करने को लेकर उनकी चिंता पर होना चाहिए न कि ‘एंड रिजल्ट’ पर।

ध्यान रखें कि तारीफ करने वाला तारीफ पाने वाले से ज्यादा महत्व रखता है। जब हम किसी की तारीफ करते हैं, ती दरअसल राम लोगों से यह बात शेयर कर रहे होते हैं कि किस तरह उस व्यक्ति ने हमें प्रभावित किया है। अगर आप असरदार तरीके से किसी की तारीफ करना चाहते हैं, तो उस व्यक्ति को यह जरूर बताएं कि कैसे उसके अच्छे काम से आप बेहद प्रभावित हुए हैं।

टाइम मैनेजमेंट
समय को गिरवी रखने से हमेशा बचना चाहिए

हम सभी कभी न कभी आज के काम को कल पर टालते हैं। कभी हमारा मूड नहीं होता, तो कभी काम मुश्किल लगता है। टालमटोल हमेशा ही सखतरनाक है। इसका एक नुकसान तो यह है कि आप कल के समय को गिरवी रख देते हैं। जिस काम को आप आज निबटा सकते हैं उसे कल पर टालने से आप कल के बोदा को और बढ़ा देते हैं।

पावर ऑफ पॉजिटिव एटिट्यूड उद्देश्य झगड़ा सुलझाना हो, बढ़ाना नहीं

हम गुस्सा पालते हैं क्योंकि हम भरपाई करना नहीं जानते। हम दूसरे व्यक्ति से पहल करने की आशा करते हैं। जबकि समइस्दार लोग पहला कदम खुद उठाते हैं। उनका उद्देश्य झगड़ा सुलझाना होता है, बढ़ाना नहीं। वे लोगों की गलती भूलने की कोशिश करते हैं। वे महसूस करते हैं कि गुस्सा पालने से कोई लाभ नहीं, उलटे नुकसान ही होता है।

सफलता के पथ में कठिनाइयां आती हैं। आप इनका मुकाबला कैसे करते हैं- यह साहसपूर्ण योग्यता ही आपकी सफलता या असफलता का फैसला करती है। मेहनत कभी विफल नहीं जाती। हो सकता है आज की मेहनत आफ्को तुरंत प्रतिफल न दे, लेकिन इस मेहनत के जज्बे ने आपको जो आत्मविश्वास दिया है, वह आपके लिए मददगार होगा।

थिंक एंड ग्रो रिच- हर क्षेत्र में सफलता के लिए बेहद आवश्यक हैं ये चार चरण

एक निश्चित उद्देश्य, जो अपनी पूर्ति के लिए तीव्र इच्छा के द्वारा समर्थित हो। एक निश्चित योजना, जिसपर निरंतर कार्रवाई चलती रहे। एक मस्तिष्क, जो सभी रिश्तेदारों, दोस्तों और परिचितों के नकारात्मक सुझावों सहित सभी नकारात्मक प्रभावों के खिलाफ कसकर बंद कर दिया गया हो। एक या अधिक व्यक्तियों के साथ एक दोस्ताना गठबंधन, जो योजना और उद्देश्य का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करे। ये चार चरण जीवन में सफलता के लिए आवश्यक हैं।

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