बिहार के सरकारी स्कूल में बदला गया सबकुछ | अब गर्मी और ठंढा की छुट्टी भी

बिहार के सरकारी स्कूल में बदला गया सबकुछ | अब गर्मी और ठंढा की छुट्टी भी

बिहार के सरकारी स्कूल में बदला गया सबकुछ | अब गर्मी और ठंढा की छुट्टी भी:-बिहार के सरकारी स्कूलों में मल्टी टाइमिंग सिस्टम लागू होगा। स्कूलों में हेड मास्टर, छात्रों की संख्या के मुताबिक स्कूल का समय निर्धारित करेंगे। छोटे और बड़े छात्र अलग-अलग समय स्कूल आएंगे। इससे स्कूलों कमरों की कमी की समस्या खत्म हो जाएगी। पेड़ के नीचे और बरामदे में नहीं पढ़ाया जाएगा। संगीत, खेल-कूद, शारीरिक शिक्षा के लिए स्कूल के परिसर में पर्याप्त जगह होगी। शनिवार को नो यूनिफॉर्म डे रहेगा। शनिवार को छोड़, सोमवार से शुक्रवार तक स्कूल ड्रेस में आना है।

स्कूल बंद होने के बाद छात्रों को शिक्षित स्थानीय युवक भी पढ़ाएंगे। जिससे छात्रों की अधिक से अधिक तैयारी हो सके। इसके लिए विभाग स्थानीय युवकों से संपर्क करेगा। साथ ही कक्षा में कमजोर छात्र को आगे की दो लाइन बैठाया जाएगा। पीछे की सीट पर पढ़ाई मे तेज छात्र बैंठेंगे। स्कूलों में एनिमेशन, फिल्म के जरिए छात्रों को पढ़ाया जाएगा। स्मार्ट क्लासेज चलाने की तैयारी भी की जा रही है। इससे अधिक से अधिक छात्रों को फायदा होगा। शिक्षकों की किसी भी तरह की ट्रेनिंग नियुक्ति वाले जिले में ही होगी। ट्रेनिंग के लिए दूसरे जिले में नहीं जाना होगा। हर वर्ष किताबों को अपडेट किया जाएगा। जिससे छात्रों को पुरानी जानकारी नहीं मिले।

बिहार के सरकारी स्कूलों में भी अब गणित और विज्ञान का ओलंपियाड होगा। इसमें छात्र ऑनलाइन मैथ और साइंस के प्रश्नों के उत्तर देंगे। इसका रिजल्ट भी ऑनलाइन ही जारी किया जाएगा। स्कूलों में निबंध, वाद- विवाद और प्रोजेक्ट प्रतियोगिता की योजना भी शुरू करने की तैयारी है।

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने कहा कि स्कूलों में छात्रों को ध्यान में रख करके टाइमिंग मैनेजमेंट सिस्टम हेड मास्टर लागू करेंगे। इससे छात्रों को पढ़ने और शिक्षक को पढ़ाने में आसानी होगी। कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्हें आगे के दो लाइन में बैठाया जाएगा।

बिहार में स्कूलों की छुट्टियों को लेकर बड़ा बदलाव हुआ है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने पूर्व अपर मुख्य सचिव केके पाठक के कई फैसलों को पलट दिया है। पहले गर्मी और ठंड की छुट्टियों में भी स्कूल खुलते थे। लेकिन अब कड़ाके की ठंड में स्कूल बंद रहेंगे। डीएम खुद तापमान देखकर फैसला ले सकेंगे। गर्मी की छुट्टी की घोषणा एक सप्ताह पहले ही कर दी जाएगी। जिससे दूसरे राज्य में रहने वाले शिक्षकों को आवाजाही में आसानी हो।

प्राइवेट स्कूल की तरह ही गर्मी की छुट्टी में छात्रों को होमवर्क और प्रोजेक्ट वर्क दिया जाएगा। जिसे पूरा करना अनिवार्य होगा। दरअसल, पूर्व अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने स्कूलों की छुट्टियों और समय को लेकर कई नए नियम बनाए थे। इन नियमों पर खूब हंगामा हुआ था। विधानसभा में भी इस मुद्दे पर सवाल उठे थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खुद कहना पड़ा था कि उनके समय में स्कूल 10 से 4 बजे तक चलते थे। फिर भी केके पाठक ने स्कूलों का समय नहीं बदला।

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