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सरकारी स्कूल में अब बच्चों की भी बनेगी ऑनलाइन हाजरी | कक्षा 1 से 12वीं

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By arcarrierpoint

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सरकारी स्कूल में अब बच्चों की भी बनेगी ऑनलाइन हाजरी | कक्षा 1 से 12वीं

सरकारी स्कूल में अब बच्चों की भी बनेगी ऑनलाइन हाजरी | कक्षा 1 से 12वीं:- शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ ने शिक्षा की बात, हर शनिवार कार्यक्रम के दौरान कहा है कि गर्मी छुट्टी के बाद स्कूली छात्रों का अटेंडेंस फोटो के साथ बायोमेट्रिक तरीके से बनेगा, ताकि बच्चों की मौजूदगी का आकलन हो सके. उन्होंने एक बार फिर से सख्त आदेश देते हुए कहा कि सरकारी शिक्षक कोचिंग में नहीं पढ़ायेंगे और ऐसा करने वालों पर कार्रवाई निश्चित होगी.

वहीं, बच्चे स्कूल की टाइमिंग में कोचिंग में नहीं जायेंगे. एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि पांच वर्षों से शिक्षकों का सेवापुष्टि का मामला फंसा हुआ है. यह दुखद है. इसकी पूरी समीक्षा करते हुए अगर सेवापुष्टि के लिए सभी पेपर सही होंगे और किसी कर्मी या अधिकारी के कारण इस काम को पूरा नहीं किया गया होगा, तो उनके ऊपर कार्रवाई की जायेगी. वहीं, अगले एक सप्ताह में सेवापुष्टि करने की भी प्रक्रिया को पूरा कर लिया जायेगा.

डॉ सिद्धार्थ ने कहा कि स्कूलों में समर कैंप चलेगा और इस दौरान म्यूजिक, आर्ट, ड्रामा, क्रॉफ्ट की क्लासेज चलेगा. इसमें स्थानीय कलाकारों से सहयोग लिया जायेगा. इसके लिए उन्हें सहयोग राशि दी जायेगी. वहीं, शिक्षकों को गणित, रीडिंग की ट्रेनिंग दी जायेगी. इससे वह स्कूलों में सही तरीके से छात्रों को पढ़ाने, याद कराने में मदद करें. उन्होंने कहा कि जिन स्कूलों में ऊर्दू की पढ़ाई होती है, तो परीक्षा के दौरान ऊर्दू में भी प्रश्नपत्र दिया जाये.

डॉ एस सिद्धार्थ ने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षकों का ट्रांसफर – पोस्टिंग विद्यालय में रिक्त सीटों के आधार पर किया जायेगा. जिन स्कूलों में छात्र के मुताबिक शिक्षक अधिक होंगे, उन्हें दूसरे स्कूल या दूसरे जिले में ट्रांसफर किया जायेगा. उन्होंने कहा कि शिक्षकों के ट्रांसफर के दौरान कई जगहों पर छात्रों के मुताबिक शिक्षकों की संख्या अधिक या कम हो गयी है, इससे स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित हो रही है.

ऐसे में जिन जगहों पर शिक्षक अधिक है, उन्हें दूसरे स्कूल में भेजा जायेगा. तबादले में अधिकतर आवेदन पटना के लिए आते हैं, लेकिन स्कूलों में छात्र की संख्या को देखते हुए शिक्षकों का तबादला होना है, जिसकी नियमावली बनी हुई है. जहां तक पुरुष शिक्षकों के अंतर जिला तबादला की बात है. वह भी किया जा रहा है. नियमानुसार औसतन 30 छात्र पर एक शिक्षक का होना अनिवार्य है.

राज्य के 43 हजार सरकारी स्कूलों में डेस्क-बेंच रंगीन होगी। प्ले स्कूल और निजी विद्यालयों की तरह इनमें भी पहली से 5वीं कक्षा तक के छात्र लाल, नीली, पीली, हरी, गुलाबी, इंद्रधनुषी रंग की डेस्क-बेंच पर बैठेंगे। इसका मकसद स्कूल में पढ़ाई का माहौल बनाना है। छोटे छात्र नियमित स्कूल आएं, इसके लिए उनको खेल के साथ पढ़ाया जाएगा। रंगीन डेस्क बेंच पर दो ही छात्र बैठेंगे। उसमें पानी का बोतल, बैग रखने की जगह बनाई जाएगी। बेंच और डेस्क की चौड़ाई अधिक होगी, जिससे छात्रों को आराम हो। डेस्क और बेंच के बीच का गैप कम रखा जाएगा, ताकि बच्चों को पढ़ने में दिक्कत नहीं हो।

शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कुमार ने बताया कि बिहार के सरकारी बिहार के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई के साथ ही सौंदर्याकरण पर भी ध्यान दिया जा रहा है। डेस्क, बेंच, भवन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। स्कूल परिसर में पेड़-पौधे लगाए जाएंगे, जिससे पढ़ाई का माहौल बनने के साथ ही छात्रों को पर्यावरण के बारे में जानकारी मिल सके।

सरकारी स्कूलों में कक्षा 6 से छात्रों को स्मार्ट बोर्ड पर पढ़ाने की योजना है। इसपर शिक्षा विभाग काम कर रहा है। स्मार्ट बोर्ड होने से शिक्षकों ने क्या पढ़ाया है, इसका रिकॉर्ड रहेगा। आर्ट बनाने में आसानी होगी। शिक्षक पाठ का रिवीजन कराने के साथ ही हर बिंदु को हाईलाइट कर पढ़ा सकेंगे। इसके अलावा सरकारी स्कूलों को एक रंग में किया जाएगा।

इसके लिए दो श्रेणियां बनाई गई हैं। पहली श्रेणी में प्राथमिक विद्यालयों का बाहरी भाग गुलाबी रंग का होगा। बॉर्डर मैरून रंग का बनाया जाएगा। कमरे के अंदर की दीवारों पर सफेद रंग चढ़ाया जाएगा। दूसरी श्रेणी में उच्च एवं उच्चतर माध्य‌मिक विद्यालय का बाहरी हिस्सा ग्रे रंग और बॉर्डर नीले रंग का होगा। इसके कमरों की दीवारें भी सफेद रंग की होंगी।

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यह वेबसाइट Sumit Sir के निर्देशन में संचालित है। इस बेवसाइट पर सही और सटीक जानकारी सबसे पहले उपलब्ध कराया जाता है। सुमित सर के पास पिछले पांच साल से ऑनलाइन और ऑफलाइन पढाने का अनुभव है। धन्यवाद।

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