साइंस में 12वीं के बाद फिजियोथेरेपी कोर्स:- फिजियोथेरेपिस्ट बनने के लिए आपको साइंस स्ट्रीम में बारहवीं कक्षा पास करना होगा। उसके बाद किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से फिजियोथेरेपिस्ट कोर्स करना होगा। डिप्लोमा या डिग्री कोर्स करने के बाद फिजियोथेरेपिस्ट का सर्टिफिकेट मिलता है। फिजियोथेरेपी कोर्स करने के बाद आप फिजियोथेरेपिस्ट बन जाएंगे। एक फिजियोथेरपिस्ट यानी शारीरिक चिकित्सक का काम मरीजों को शारीरिक एक्सरसाइज करवाना है। इसमें मशीनों के जरिये से एक्सरसाइज करवाना और बोलचाल के जरिये उनका मानसिक प्रेशर कम करना होता है। उम्मीदवार हॉस्पिटल या फिर स्पोट्र्स विभाग में भी काम कर सकते हैं।
- फिजियोथेरेपिस्ट कैसे बनें
- एडमिशन के लिए पात्रता
- मास्टर इन फिजियोथेरेपी
- एमएससी इन फिजियोथेरेपी
- मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी
- एमडी इन फिजियोथेरेपी
- यहां से करें कोर्स
- कुछ महत्वपूर्ण लिंक
![साइंस में 12वीं के बाद कर सकते हैं फिजियोथेरेपी कोर्स](https://arcarrierpoint.com/wp-content/uploads/2023/08/साइंस-में-12वीं.webp)
साइंस में 12वीं के बाद फिजियोथेरेपिस्ट कैसे बनें
किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से फिजियोथेरेपिस्ट की डिग्री ले सकते हैं। फिजियोथेरेपिस्ट कोर्स में डिप्लोमा भी किया जा सकता है लेकिन डिग्री और डिप्लोमा दोनों के बाद इस फील्ड में पोस्ट ग्रेजुएशन भी करना पड़ेगा। इस डिग्री के अंतर्गत फिजियोथेरपी, मानव शरीर, कार्डिओवेस्कुलर जैसे विषयों पर पढ़ाया जाता है। डिग्री हासिल करने के बाद छात्र केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा निकाले गए टेस्ट भी दे सकते हैं।
साइंस में 12वीं के बाद एडमिशन के लिए पात्रता
अंडर ग्रेजुएट डिप्लोमा के कोर्स में एडमिशन लेने के लिए बारहवीं उत्तीर्ण करना आवश्यक है। इसके अलावा अगर किसी कॉलेज के द्वारा एंट्रेंस एग्जाम लिया जाता है, तो उन्हें एंट्रेंस एग्जाम को भी पास करना पड़ता है। हालांकि कुछ कॉलेज ऐसे भी है, जिसमें एंट्रेंस एग्जाम नहीं होती है, उसमे डायरेक्ट एडमिशन भी आप प्राप्त कर सकते हैं। वहीं दूसरी तरफ जिन विद्यार्थियों को पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा प्रोग्राम मैं एडमिशन प्राप्त करना है, उन्हें ग्रेजुएशन में अच्छे अंक लाने पड़ते हैं
साइंस में 12वीं के बाद मास्टर इन फिजियोथेरेपी
यह पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम है। इसे करने के लिए 2 साल का समय लगता है और इसकी टोटल फीस 2 लाख से लेकर के सात लाख के आस-पास होती है।
एमएससी इन फिजियोथेरेपी
यह भी पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम है और इसे भी करने के लिए आपको 2 साल का समय देना पड़ता है। इस कोर्स के फीस की बात करें तो इसकी फीस 35,000 से लेकर के 2,50,000 के आस-पास होती है।
मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी
इस कोर्स को करने के लिए आपको 30,000 से लेकर के 5,00,000 तक की राशि चुकानी पड़ती है। यह 2 साल का कोर्स होता है।
एमडी इन फिजियोथेरेपी
यह 3 साल का पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम है। जिसे करने के लिए आपको दस लाख से लेकर के पच्चीस लाख रुपए तक की फीस भरनी पड़ती है। पीएचडी इन फिजियोथेरेपी डॉक्टरेट डिग्री है जिसे करने के लिए 2 साल का समय लगता है और इसकी फीस 5,000 से लेकर के 25 लाख के आस-पास होती है।
यहां से करें कोर्स
- इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एजुकेशन एंड रिसर्च, पटना
- स्वामी विवेकानन्द यूनिवर्सिटी, कोलकाता
- मद्रास मेडिकल कॉलेज, चेन्नई
- जेएसएस कॉलेज ऑफ फिजियोथेरेपी, मैसूर
- असम डाउनटाउन यूनिवर्सिटी, गुवाहाटी
- गुरु गोबिंद सिंह त्रिशताब्दी विश्वविद्यालय,गुड़गांव
- जीएस मेडिकल कॉलेज, मुंबई
- आयुर्विज्ञान संस्थान बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी
कुछ महत्वपूर्ण लिंक
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