साइकिल पोशाक छात्रवृत्ति का पैसा | 6 लाख छात्रों का नाम कटा | नया लिस्ट जारी:-ई शिक्षा कोष पोर्टल पर गलत जानकारी, विभाग ने 8 महीने में 6 बार से अधिक रिमाइंडर दिए
स्कूलों में 5.60 लाख छात्रों के रिकॉर्ड गलत… नतीजा – छात्रवृत्ति, पोशाक सहित अन्य योजनाओं के साथ परीक्षाओं से भी वंचित होंगे
सरकारी स्कूलों में 5.60 लाख से अधिक छात्रों का नाम, पता, उम्र, कक्षा, माता-पिता का रिकॉर्ड ई शिक्षा कोष पोर्टल पर गलत है। नतीजा- छात्र किताब, छात्रवृत्ति, साइकिल, पोशाक सहित अन्य कल्याणकारी योजनाओं से वंचित हो जाएंगे। यदि समय से डाटा में सुधार नहीं हुआ तो छात्र, सितंबर में होने वाली अर्ध वार्षिक परीक्षा भी नहीं दे सकेंगे। इसके साथ ही गलत जानकारी की वजह से छात्रों की वास्तविक पहचान भी चोरी हो जाएगी। जिससे भविष्य में दिक्कत होगी।
बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के सचिव आनंद मिश्रा के मुताबिक
यदि प्राइमरी स्कूल से ही बच्चों की गलत पहचान होगी, तो उनके नाम, माता-पिता, जन्मतिथि भविष्य में भी गलत ही रहेगी। इसका खामियाजा नौकरी के दौरान उन्हें भुगतना पड़ेगा। छात्रों के डाटा को सही करने के लिए शिक्षा विभाग दिसंबर 2024 से ही संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे रहा है।
इस दौरान 8 महीने में 6 बार से अधिक रिमाइंडर भेजा जा चुका है।
उसके बाद भी छात्रों का डाटा सही नहीं किया गया। अप्रैल में अंतिम रिमाइंडर भेजा गया था। जिसके मुताबिक मई तक सभी छात्रों के डाटा को सही करके ई शिक्षा कोष पोर्टल पर अपलोड करना था। लेकिन अंतिम चेतावनी के बाद भी 5.60 लाख से अधिक छात्रों का डाटा अपडेट नहीं हुआ है।
इस वजह से बिहार के 5.60 लाख से अधिक छात्रों को…
वित्तीय वर्ष 2024-25 की योजनाओं का लाभ 5 महीने के बाद भी नहीं मिला है। जानकारी के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2024-25 की साइकिल, छात्रवृत्ति, पोशाक सहित अन्य योजनाओं का लाभ सितंबर 2024 तक भेज दिया गया है। बचे हुए छात्रों को भी दिसंबर तक योजनाओं का लाभ मिल चुका है। लेकिन वित्तीय वर्ष 2024-25 समाप्त हुए 5 महीने हो चुके है। इसके बाद भी 5.60 लाख छात्रों को योजनाओं का लाभनहीं दिया गया
हेडमास्टर, बीईओ, डीईओ की गलतियों की सजा भुगतेंगे छात्र
छात्रों का डाटा ई शिक्षा कोष पोर्टल पर अपडेट करने की जिम्मेदारी स्कूल से जिला स्तर के अधिकारियों को दी गई थी। इसमें हेड मास्टर से छात्रों के वास्तविक नाम, पता, उम्र, माता-पिता का नाम, जाति, धर्म सहित सभी रिकार्ड प्रखंड और जिला स्तर पर उपलब्ध कराना था।
जिसके आधार पर संबंधित अधिकारी ई शिक्षा कोष पोर्टल पर सभी रिकॉर्ड को अपडेट करते।
लेकिन लगभग 2 लाख छात्रों का स्कूल स्तर ही रिकार्ड अपडेट होकर प्रखंड और जिला मुख्यालय पर नहीं पहुंचा। इसके साथ ही 3.50 लाख से अधिक छात्रों का रिकॉर्ड प्रखंड और जिला स्तर से अपडेट नहीं हुआ है। इसकी वजह से छात्रों को दिक्कत हो रही है|
जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों को 4 अगस्त तक डाटा अपडेट करके ई शिक्षा कोष पोर्टल पर अपलोड करने को कहा गया है। 5 अगस्त को समीक्षा की जाएगी। इसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। सुबोध कुमार चौधरी, विशेष सचिव, शिक्षा विभाग
लाभ और राशि
इस योजना के तहत विभिन्न कक्षाओं के लिए अलग-अलग राशि निर्धारित की गई है:
- कक्षा 1 से 2: 600 रुपये (पोशाक)।
- कक्षा 3 से 5: 700 रुपये (पोशाक)।
- कक्षा 6 से 8: 1000 रुपये (पोशाक)।
- कक्षा 9 से 12 (बालिकाओं): 1500 रुपये (पोशाक)।
- कक्षा 9: 3000 रुपये (साइकिल)।
- छात्रवृत्ति: कक्षा 1 से 12 तक के लिए अलग-अलग राशि (कक्षा 1-4: 600 रुपये, 5-6: 1000 रुपये, 7-10: 1800 रुपये)।
राशि सीधे छात्रों के बैंक खातों में डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से भेजी जाती है।
नई सूची और 6 लाख नाम कटने का विवाद
हाल ही में शिक्षा विभाग ने नई लाभार्थी सूची जारी की, जिसमें 5.60 लाख छात्रों को छात्रवृत्ति के लिए चुना गया। हालांकि, 6 लाख छात्रों के नाम इस सूची से हटाए गए, जिसके पीछे कारण बताए गए हैं:
- आधार और बैंक खाते की लिंकिंग में त्रुटि।
- 75% उपस्थिति न होना (जहां यह शर्त लागू है)।
- मेधा सॉफ्ट पोर्टल पर नामांकन में गड़बड़ी।
इसके खिलाफ कई अभिभावकों ने विरोध जताया है, और सरकार ने जांच का आश्वासन दिया है।
आवेदन प्रक्रिया
- मेधा सॉफ्ट पोर्टल पर जाएं: www.medhasoft.bih.nic.in।
- स्कूल के माध्यम से पंजीकरण: छात्रों को व्यक्तिगत रूप से आवेदन करने की आवश्यकता नहीं, स्कूल प्रबंधन द्वारा डेटा अपलोड किया जाता है।
- आवश्यक दस्तावेज: आधार कार्ड, बैंक पासबुक, स्कूल पहचान पत्र।
- लिस्ट चेक करें: पोर्टल पर जाकर अपना नाम और राशि की स्थिति देखें।
महत्वपूर्ण तिथियां
- आवेदन प्रक्रिया शुरू: जुलाई 2025 का पहला सप्ताह (अनुमानित)।
- नई सूची जारी: अगस्त 2025।
- राशि ट्रांसफर: सितंबर 2025 तक।
योजना के लाभ
- शिक्षा में सुधार और ड्रॉपआउट दर में कमी।
- आर्थिक बोझ कम होना।
- बालिकाओं की शिक्षा को प्रोत्साहन।
निष्कर्ष
बिहार साइकिल पोशाक छात्रवृत्ति योजना 2025 एक सराहनीय कदम है, जो लाखों छात्रों को शिक्षा से जोड़े रखने में मदद कर रही है। हालांकि, 6 लाख छात्रों के नाम कटने को लेकर उठे सवालों की जांच जरूरी है ताकि कोई भी पात्र छात्र इससे वंचित न रहे। छात्रों और अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे समय रहते अपनी स्थिति मेधा सॉफ्ट पोर्टल पर चेक करें और किसी भी समस्या के लिए अपने स्कूल या जिला शिक्षा कार्यालय से संपर्क करें।
महत्वपूर्ण लिंक
मेधासॉफ्ट के आधार पर मिलने वाली राशि नीचे दिए गए लिंक पे क्लिक कर आप देख सकते है की आपका पैसा आया की नहीं |
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