BSEB Class 9th 2nd Terminal exam 2024- Science question paper with answer:-इस पोस्ट में बिहार बोर्ड से आयोजित द्वितीय सावधिक परीक्षा नवम्बर 2024 का प्रश्न पत्र दिया गया है । यदि आप भी बिहार बोर्ड से मैट्रिक बोर्ड परीक्षा 2026 में देंगे । तो आपके लिये स्कूल स्तर पर Secondary Second Terminal Examination November 2024 का आयोजन 27 नवम्बर से 29 नवम्बर तक हो रहा है । आपके द्वितीय सावधिक परीक्षा नवम्बर के विज्ञान विषय का अरिजनल प्रश्न पत्र उत्तर के साथ दिया गया है । इस पोस्ट के माध्यम से बिहार बोर्ड 9th द्वितीय सावधिक परीक्षा नवम्बर 2024 के हिन्दी विषय का प्रश्न पत्र उत्तर के साथ डाउनलोड कर सकते है ।
BSEB Class 9th 2nd Terminal exam Science Question Paper With Answer
इस पोस्ट के माध्यम से द्वितीय सावधिक परीक्षा नवम्बर के विज्ञान विषय के प्रश्न पत्र का PDF डाउनलोड कर सकते है । इसके साथ-साथ Objective और Subjective प्रश्नों का उत्तर भी डाउनलोड कर सकते है ।
9th Secondary Second Terminal Examination November 2024- EXAM CENTER
इस परीक्षा का आयोजन आपके विद्यालय के स्तर पर होगा। अर्थात की जिस भी विद्यालय में आपका नामांकन है। उसी में जाकर आपको परीक्षा देना पड़ेगा ।
Admit Card Of 9th Secondary Second Terminal Examination November 2024
इस परीक्षा के लिए बिहार बोर्ड के तरफ से कोई भी ऑफिशियल एडमिट कार्ड जारी नहीं किया जाएगा। क्योंकि यह आपके विद्यालय के स्तर पर आयोजित होने वाला एकमात्र आंतरिक जांच परीक्षा है।
प्रश्न पत्र कहां से आएगा ?
कक्षा 9th के द्वितीय सावधिक परीक्षा नवम्बर 2024 का प्रश्न पत्र आपके विद्यालय में नवम्बर माह तक पढ़ाए गए पाठ से प्रश्न आएगा
कॉपी का जांच कहां होगा ?
कक्षा 9th के द्वितीय सावधिक परीक्षा के कॉपी का मूल्यांकन आपके विद्यालय के स्तर पर ही होगा।
CLASS 9 Second Terminal Examination November 2024 Science Question Paper
CLASS 9th | Second Terminal Examination November 2024 |
SESSION | 2024-25 |
SUBJECT/CODE | Science |
EXAM DATE | 28/11/2024 |
SITTING | 1ST SHIFT |
TIME | 10.00 AM-11.30 AM |
BSEB Class 9th Second Terminal Examination November 2024 Science Objective Answer Key –
Q.N. | ANS | Q.N. | ANS |
1. | C | 16. | C |
2. | C | 17. | A |
3. | A | 18. | C |
4. | C | 19. | A |
5. | A | 20. | D |
6. | A | 21. | B |
7. | A | 22. | B |
8. | D | 23. | A |
9. | A | 24. | D |
10. | D | 25. | C |
11. | B | 26. | D |
12. | A | 27. | C |
13. | C | 28. | C |
14. | C | 29. | C |
15. | C | 30. | D |
9th Secondary Second Terminal Examination November Science Subjective Question Download Link –
नीचे दिए गए लिंक से आप सब्जेक्टिव प्रश्न का उत्तर पीडीएफ़ फॉर्मेट में डाउनलोड कर सकते है ।
नोट- यह प्रश्नपत्र और उत्तर 9thके द्वितीय सावधिक परीक्षा (नवम्बर) 2024 का है । Science Question Pape
खण्ड – ब / SECTION – B
लघु उत्तरीय प्रश्न / Short Answer Type Questions
प्रश्न संख्या 1 से 10 तक लघु उत्तरीय हैं। किन्हीं 5 प्रश्नों के उत्तर दें। प्रत्येक के लिए 2 अंक निर्धारित है :
1. न्यूटन के द्वितीय गति नियम को लिखें।
उत्तर- न्यूटन का गति का द्वितीय नियम- न्यूटन के गति के दूसरे नियमानुसार, किसी वस्तु के संवेग परिवर्तन की दर उस पर लगाये गये बल के अनुक्रमानुपाती होती है तथा संवेग में परिवर्तन उसी दिशा में होता है जिस दिशा में बल लगाया जाता है।
2. गुरुत्वाकर्षण नियतांक G को सार्वत्रिक नियतांक क्यों कहा जाता है ?
उत्तर- G एक नियतांक है जिसे गुरुत्वाकर्षण नियतांक कहा जाता है। चूंकि G का मान कणों की प्रकृति, उनके द्रव्यमान, उनके बीच की दूरी, माध्यम, समय, ताप इत्यादि पर निर्भर नहीं करता तथा ब्रह्मांड के सभी कणों के लिये एक ही होता है, अतः इसे सार्वत्रिक गुरुत्वाकर्षण नियतांक भी कहा जाता है।
3. उत्प्लावकता से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर- जब किसी वस्तु को किसी तरल में डुबोया जाता है तो तरल उस वस्तु पर ऊपर की ओर एक बल लगाता है जिसे उत्प्लावन बल कहते हैं। उत्प्लावन बल का परिमाण तरल के घनत्व पर निर्भर करता है। इस घटना को उत्प्लावकता कहते हैं।
4. कार्य, शक्ति और ऊर्जा में अन्तर स्पष्ट करें।
उत्तर- कार्य-यदि किसी वस्तु पर बल लगाया जाए और वस्तु बल की दिशा में गति करे तो कार्य हुआ माना जाता है। अर्थात् कार्य (W) = बल (F) × दूरी (s ) कार्य का S.I. मात्रक जूल है। ऊर्जा-कार्य करने की क्षमता को ऊर्जा कहते हैं। ऊर्जा का S.I. मात्रक जूल है। शक्ति कार्य करने की दर को शक्ति कहते हैं। अर्थात् शक्ति (P) =कार्य (w)/समय (t) शक्ति का S.I. मात्रक वाट है।
6. कोलाइडी विलयन क्या है ?
उत्तर- कोलाइडी किसी वास्तविक विलयन एवं निलंबन के बीच की स्थिति होती है। न तो यह वास्तविक विलयन होता है और न निलंबन अर्थात न तो इसमें विलेय के कण द्रव में पूरी तरह घुलते हैं और न इस प्रकार निलंबित रहते हैं कि न हिलाने पर तली में बैठ जाएँ।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न / Long Answer Type Questions
प्रश्न संख्या 11 से 15 तक दीर्घ उत्तरीय हैं। किन्हीं 3 प्रश्नों के उत्तर दें। प्रत्येक के लिए 5 अंक निर्धारित है :
12. न्यूटन के तृतीय गति नियम को लिखकर उसे एक प्रयोग द्वारा सत्यापित करें।
उत्तर- न्यूटन के गति का तृतीय नियम- प्रत्येक क्रिया की बराबर तथा विपरीत प्रतिक्रिया होती है। जैसे—मेज पर रखी किताबें, बंदूक से गोली छोड़ी जाने पर स्थिति, नाव खोना, पृथ्वी पर चलना इत्यादि। प्रयोग-दो कमानीदार तुलाओं द्वारा तृतीय गति नियम का प्रदर्शन- इसके लिये हम दो कमानीदार तुलायें लेते हैं और उनके हुकों को एक-दूसरे से फंसा देते हैं, जैसा कि चित्र में दिखाया गया है। हम तुलाओं को अब विपरीत दिशाओं में खींचते हैं। हम देखेंगे कि दोनों तलायें समान पाठ्यांक सूचित करेंगे इससे स्पष्ट होता है कि एक तुला का दूसरी तुला पर क्रिया बल और दूसरी तुला का पहली तुला पर प्रतिक्रिया बल परिमाण में बराबर हैं और दिशा में विपरीत हैं। इस प्रकार न्यूटन के तृतीय गति नियम का प्रदर्शन हो जाता है।
चित्र : हुकों द्वारा जुड़ी दो कमानीदार तुलाएँ जब विपरीत दिशाओं में खींची जाती हैं तो दोनों तुलाओं के पाठयांक समान होते हैं।
13. प्रभाजी आसवन का वर्णन करें।
उत्तर- प्रभाजी स्रवण- यह विधि दो या अधिक मिश्रणीय द्रवों के मिश्रण के अवयवों को पृथक करने में अपनायी जाती है बतशें कि उन अवयवी द्रवों के क्वथनांक का अन्तर 10∘C या कम हो। उदाहरण के लिये, मेथिल अल्कोहल (क्वथनांक 65∘C) को एसीटोन (क्वथनांक 56∘C) से इस विधि द्वारा पृथक किया जा सकता है। मिश्रण को एक गोल पेंदी वाले फ्लास्क में लेकर बालू ऊष्मक पर गर्म करते हैं। यह फ्लास्क एक प्रभाजक स्तंभ से जुड़ा रहता है, जैसा कि चित्र में दिखाया गया है। प्रभाजक स्तंभ में कई फंदे – होते हैं, जिनमें उच्च क्वथनांक वाले या कम वाष्पशील द्रव संघनित होते हैं। निम्न क्वथनांक या अधिक वाष्पशील द्रव के वाष्प संघनक में जाकर संघनित जाता है। इस द्रव को एक अलग ग्राहक में एकत्र कर लिया जाता है। इस द्रव के क्वथनांक पर ताप तबतक स्थिर रहता है जबतक कि यह द्रव पूर्णतः वाष्पित होकर निकल नहीं जाता। इसके पश्चात ताप बढ़ने लगता है और अगले उच्च क्वथनांक वाले द्रव के क्वथनांक पर पुनः स्थिर हो जाता है। यह द्रव भी पूर्णतः वाष्पित होकर संघनक में द्रवीभूत होता है जिसे एक दूसरे ग्राहक में एकत्र कर लिया जाता है। इस प्रकार से मिश्रण के सभी अवयवों को अलग-अलग प्राप्त किया जा सकता है। पेट्रोलियम के विभिन्न अवयवों को पृथक करने में प्रभावी स्रवण विधि अपनाई जाती है।
14. डाल्टन के परमाणु सिद्धांत की किन्हीं पाँच मान्यताओं को लिखें।
उत्तर- डाल्टन के परमाणु सिद्धांत की पाँच मान्यतायें इस प्रकार हैं-
(i) सभी पदार्थ अत्यंत सूक्ष्म कणों से बने होते हैं जिन्हें परमाणु कहते हैं और ये परमाणु खंडित नहीं किये जा सकते हैं।
(ii) किसी भी रासायनिक प्रक्रिया द्वारा परमाणुओं का न तो निर्माण ही किया जा सकता है और न ही नाश, अर्थात परमाणु अनश्वर होते हैं।
(iii) किसी तत्व के सभी परमाणु समान होते हैं, अर्थात् किसी तत्व के सभी परमाणुओं के आकार, द्रव्यमान, रासायनिक गुण आदि सदृश होते हैं।
(iv) विभिन्न तत्वों के परमाणु विभिन्न आकार, द्रव्यमान, रासायनिक गुण वाले होते हैं।
(v) रासायनिक संयोग में विभिन्न तत्वों के परमाणु सरल सांख्यिक अनुपात (1:1, 1:2, 2:3 आदि) में संयोग करते हैं।
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