बिहार बोर्ड मैट्रिक इंटर परीक्षा 2026 के लिए एक्जाम सेंटर तैयार – यहाँ से देखें:-बिहार बोर्ड की 2026 में होनेवाली मैट्रिक व इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए केंद्र बनाना शिक्षा विभाग के लिए चुनौती बन गई है। बोर्ड की परीक्षा फरवरी में होती है। इसके लिए पहले सीबीएसई स्कूलों को भी केंद्र बनाया जाता था। लेकिन, अगले साल से सीबीएसई ने भी फरवरी में ही वार्षिक परीक्षा शुरू कराने का निर्णय लिया है।
इस लेख में हम जानेंगे —
- परीक्षा केंद्र से जुड़ी नई जानकारी
- कैसे देखें अपना एक्जाम सेंटर
- किन मानकों पर हो रहा है सेंटर का चयन
- परीक्षा की संभावित तिथि और व्यवस्था
- छात्रों को किन बातों का ध्यान रखना होगा
ऐसे में बिहार बोर्ड की परीक्षा के लिए सीबीएसई स्कूल उपलब्ध नहीं होंगे।
सीबीएसई के क्षेत्रीय कार्यालय ने इसे लेकर जिलाधिकारी को पहले ही अवगत करा दिया है। बिहार बोर्ड की परीक्षाएं फरवरी में शुरू होती हैं और मार्च के अंत तक रिजल्ट जारी हो जाता है।
बोर्ड परीक्षा 2026 सीबीएसई भी फरवरी में ही कराएगा अपनी परीक्षाएं
वहीं, सीबीएसई की परीक्षाएं विलंब से शुरू होकर लंबे समय तक चलती हैं। इससे रिजल्ट में भी देरी होती है। सत्र नियमित करने के लिए सीबीएसई ने भी फरवरी में ही परीक्षा शुरू करने की योजना बनाई है। सीबीएसई के क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से डीएम को भेजे गए पत्र में 2026 में ली जानेवाली वार्षिक इंटरमीडिएट और माध्यमिक परीक्षा के लिए सीबीएसई स्कूलों को बिहार बोर्ड की परीक्षा का केंद्र नहीं बनाने का अनुरोध किया गया है। इसे लेकर डीएम ने जिला शिक्षा अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा है।
छात्र-छात्राओं को बैठाने के लिए जगह के साथ बेंच डेस्क की होगी कमी
माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों के साथ ही अब तक सीबीएसई से संबद्ध स्कूल और कॉलेजों में परीक्षा केंद्र बनाया जाता था। कॉलेजों से इंटरमीडिएट की पढ़ाई खत्म होने के बाद बोर्ड ने पिछले साल ही इस बात के संकेत दे दिए थे कि कॉलेजों में केंद्र भी नहीं रहेगा।
वहीं, अब सीबीएसई ने भी स्कूलों के अधिग्रहण पर रोक लगाने का अनुरोध किया है। इससे बिहार बोर्ड के परीक्षार्थियों को बैठाने के लिए जगह के साथ ही बेंच-डेस्क की कमी से भी जूझना होगा। सीबीएसई के स्कूलों में कमरे के साथ ही आसानी से बेंच-डेस्क भी उपलब्ध हो जाते थे।
अब तक सीबीएसई स्कूलों में भी होता रहा है केंद्र
केंद्राधीक्षक के लिए भी की जा रही है अनुभवी शिक्षकों की तलाश
बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्राधीक्षक की नियुक्ति को लेकर विभाग असमंजस की स्थिति में है। बताते हैं कि माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों में बीपीएससी से प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति हुई है। लेकिन, बोर्ड परीक्षा के सकुशल संचालन के लिए अनुभव जरूरी है। सरकारी स्कूलों में आमतौर पर प्रधानाध्यापक को ही केंद्राधीक्षक बनाया जाता है। वहीं, निजी स्कूल व कॉलेजों में स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को जिम्मेदारी दी जाती है। बताया जा रहा है कि आगामी मैट्रिक व इंटर परीक्षा को लेकर केंद्राधीक्षकों की खोज की जा रही है। इस बार केंद्राधीक्षकों के चयन में काफी परेशानी हो रही है।
मैट्रिक में 75 हजार और इंटर में 65 हजार से अधिक हैं परीक्षार्थी
मैट्रिक-परीक्षा 2026 में 75 हजार से अधिक परीक्षार्थियों के शामिल होने की संभावना है। इनके लिए करीब 85 परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे। वहीं, इंटरमीडिएट में 60 हजार से अधिक परीक्षार्थियों के लिए 75 से अधिक केंद्र संभावित हैं। बोर्ड परीक्षा के लिए जिला मुख्यालय व आसपास के शिक्षण संस्थानों को ही केंद्र बनाया जाता है। सीबीएसई स्कूलों को केंद्र नहीं बनाने की वजह से शिक्षा विभाग को काफी परेशानी होगी। दूसरी ओर छात्रों को भी परेशान होना पड़ेगा, क्योंकि परीक्षा केंद्रों को ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ाया जा सकता है। इस बार ग्रामीण क्षेत्र के मध्य व उच्च विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाए जाने की संभावना है।
मैट्रिक में ऐच्छिक विषय के रूप में व्यावसायिक कोर्स ले सकते हैं
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बिहार बोर्ड) के द्वारा मैट्रिक परीक्षा में भी व्यावसायिक शिक्षा को शामिल किया गया है। अभी कुछ विद्यालयों को चिह्नित कर उसे जोड़ा गया है। उन्हीं स्कूलों के छात्रों का रजिस्ट्रेशन भी किया गया है, जो अगले साल परीक्षा में शामिल होंगे। वेबसाइट पर ऐसे स्कूलों की सूची डाली गयी है।
अभी कुछ चिह्नित विद्यालयों में ही व्यवस्था
हालांकि बोर्ड के द्वारा आगे भी राज्य के कई स्कूलों को जोड़ने पर विचार चल रहा है। बोर्ड के अनुसार अभी कुछ स्कूलों को जोड़ा गया है, कई अन्य स्कूलों को जोड़ा जा सकता है। अभी जहां-जहां व्यावसायिक कोर्स शुरू किया गया है बोर्ड उसकी मॉनीटरिंग कर रहा है कि उसका क्या रिस्पांस है। उसी के अनुसार आगे बोर्ड निर्णय लेगी।
व्यावसायिक शिक्षा के अंतर्गत आने वाले ऐच्छिक विषय
व्यावसायिक शिक्षा के अंतर्गत ऐच्छिक विषय के रूप में सुरक्षा, ब्यूटिशियन, टूरिज्म, ऑटोमोबाइल, रिटेल मैनेजमेंट, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हार्डवेयर, ब्यूटी एंड वेलनेस, टेलीकॉम, आईटी-आईटीज ट्रेड आदि विषयों को शामिल किया गया है। व्यावसायिक शिक्षा के अंतर्गत उक्त विषयों-ट्रेडों के पठन-पाठन की व्यवस्था के लिए जिले में विद्यालयों को चिह्नित किया गया है।
2024 से व्यावसायिक कोर्स शुरू किया गया है, जिसकी परीक्षा 2026 में होगी। अभी जिन्हें उक्त पढ़ाई करनी है तो फिलहाल उन विद्यालयों में ही नामांकन लेना होगा जिनकी सूची समिति के पोर्टल या वेबसाइट पर प्रदर्शित की गयी है। इन्हीं विद्यालयों में इन विषयों या ट्रेड का अध्ययन कर रहे छात्र-छात्रा ही परीक्षा में शामिल हो पाएंगे।
बिहार बोर्ड परीक्षा 2026 की तैयारी शुरू
बिहार बोर्ड हर साल की तरह इस बार भी फरवरी 2026 में इंटरमीडिएट और मार्च 2026 में मैट्रिक परीक्षा आयोजित करेगा। परीक्षा कार्यक्रम (Time Table) जारी होने से पहले बोर्ड ने सभी जिलों के स्कूलों और कॉलेजों से परीक्षा केंद्रों की सूची मांगी थी। अब जिलेवार जांच और सत्यापन के बाद सभी एक्जाम सेंटर तय कर दिए गए हैं।
बोर्ड की ओर से कहा गया है कि किसी भी केंद्र में भीड़ न हो और परीक्षा सुचारू रूप से चले, इसके लिए इस बार स्कूलों की दूरी, क्षमता और पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए चयन किया गया है।
परीक्षा केंद्र चयन के मुख्य मानक
बिहार बोर्ड ने इस बार परीक्षा केंद्रों के चयन में कुछ नए नियम लागू किए हैं, जिनका उद्देश्य नकल मुक्त परीक्षा सुनिश्चित करना है।
प्रमुख मानक इस प्रकार हैं:–
- सेंटर केवल उन्हीं विद्यालयों में बने हैं जहाँ CCTV कैमरा और पर्याप्त बेंच-कुर्सियाँ हैं।
- दो स्कूलों की दूरी कम से कम 3 किलोमीटर रखी गई है ताकि भीड़ कम हो।
- जहां पिछले वर्षों में कदाचार की शिकायतें आई थीं, उन स्कूलों को इस बार परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया है।
- बालक और बालिका छात्रों के लिए अलग-अलग परीक्षा केंद्र तय किए गए हैं।
- जिला प्रशासन और पुलिस विभाग से भी सुरक्षा व्यवस्था के लिए सहमति ली गई है।
परीक्षा केंद्र पर सुरक्षा व्यवस्था
बोर्ड की ओर से हर परीक्षा केंद्र पर CCTV कैमरे, बायोमेट्रिक उपस्थिति और मेटल डिटेक्टर जांच की व्यवस्था की जा रही है।
परीक्षा के दौरान किसी भी तरह की अनियमितता रोकने के लिए इस बार विशेष टीम गठित की गई है, जो रियल टाइम मॉनिटरिंग करेगी।
छात्रों के लिए जरूरी निर्देश
- एडमिट कार्ड पर दिए गए सेंटर का पता पहले से जांच लें।
- परीक्षा केंद्र पर समय से कम से कम 30 मिनट पहले पहुँचें।
- साथ में एडमिट कार्ड, फोटो आईडी (Aadhar/PAN/School ID) जरूर रखें।
- मोबाइल, ब्लूटूथ, घड़ी, पेन ड्राइव जैसी वस्तुएँ परीक्षा हॉल में वर्जित हैं।
- किसी भी प्रकार की नकल या अनुचित साधन का प्रयोग न करें।
परीक्षा केंद्र से जुड़ी अहम जानकारी
| परीक्षा वर्ष | 2026 |
| परीक्षा स्तर | इंटर (12वीं) और मैट्रिक (10वीं) |
| परीक्षा मोड | ऑफलाइन |
| परीक्षा तिथि | फरवरी – मार्च 2026 |
| एडमिट कार्ड | जनवरी – फरवरी 2026 |
| एक्जाम सेंटर स्थिति | फाइनल लिस्ट जारी |
| आधिकारिक वेबसाइट | biharboardonline.bihar.gov.in |
निष्कर्ष
बिहार बोर्ड की 2026 परीक्षा के लिए सभी परीक्षा केंद्रों की तैयारी पूरी हो चुकी है।
बोर्ड का उद्देश्य है कि इस बार परीक्षा सुरक्षित, पारदर्शी और नकल-मुक्त वातावरण में संपन्न हो।
छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे अपने परीक्षा केंद्र की जानकारी समय रहते जांच लें और नियमों का पालन करें।
लेखक सुझाव:–
अगर आप बिहार बोर्ड परीक्षा 2026 की पूरी तैयारी करना चाहते हैं, तो हमारे ब्लॉग पर उपलब्ध Model Paper, Syllabus, Previous Year Question और Preparation Tips ज़रूर पढ़ें।
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