75% कम उपस्थिति वालो को नहीं मिलेगा साइकिल पोशाक छात्रवृत्ति का पैसा:–बिहार के सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक के ऐसे बच्चों का नाम काटा जा रहा है, जिन्होंने सरकारी के साथ किन्हीं अन्य स्कूलों में दाखिला लिया है। दरअसल ये बच्चे ऐसे हैं जो पढ़ाई तो किसी अन्य स्कूल से कर रहे हैं लेकिन सरकारी योजनाओं का फायदा लेने के लिए इन्होंने सरकारी स्कूल में भी दाखिला ले रखा था, हालांकि ये लंबे समय से स्कूल नहीं आ रहे थे।
पटना जिले में कितने बच्चों का नाम करता है??
अकेले पटना जिले में अब तक 27488 छात्रों का नाम काटा गया है। सबसे अधिक पांचवीं क्लास के बच्चों का नाम काटा गया है। माना जा रहा है कि ऐसे 10% बच्चे हैं जो सरकारी स्कूलों में नामांकन लेकर सरकारी योजनाओं का फायदा उठा रहे हैं। ऐसे बच्चों का नाम कटने से सरकार पर 300 करोड़ रुपए का भार कम होगा।
15 दिन से अधिक समय से स्कूल नहीं आने वाले छात्रों का……..
बिहार में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से कई कड़े फैसले लिए जा रहे हैं। 15 दिन से अधिक समय से स्कूल नहीं आने वाले छात्रों का नाम काटने का सिलसिला जारी है। शिक्षा विभाग के निर्देश के बाद 15 दिनों तक स्कूल नहीं आने वाले बच्चों को चिह्नित कर स्कूलों से नाम काटा जा रहा है |अबतक जिले में 27488 बच्चों का नाम काटा जा चुका है। हालांकि अभिभावकों ने शपथ पत्र दिया तब इनमें से कुछ बच्चों का नामांकन वापस लिया गया है।
पटना सदर में सबसे अधिक
सबसे अधिक पटना सदर से 5586 विद्यार्थियों, बिहटा से 3135 विद्यार्थियों का नामांकन रद्द किया गया है। सबसे कम नौबतपुर प्रखंड से 42 और घोसवरी से 123 विद्यार्थियों का नामांकन रद्द हुआ है।आंकड़ों के अनुसार सबसे अधिक कक्षा एक से आठ तक के 15 हजार विद्यार्थियों का नामांकन रद्द किया गया है। जबकि कक्षा 9वीं से 12वीं के 12 हजार विद्यार्थियों का नामांकन रद्द हुआ है। हालांकि इनमें से कुछ बच्चों का नामांकन वापस भी लिया गया है। जिन विद्यार्थियों के अभिभावकों ने शपथपत्र दिया था उनका नामांकन वापस लिया गया है। जिले में अबतक कितने बच्चों ने नामांकन वापस लिया है इसके लिए जिला शिक्षा कार्यालय ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से रिपोर्ट मांगी है।
योजनाओं में मिलती है राशि
राज्य के सरकारी विद्यालयों में पहली से 12वीं कक्षा तक के छात्र-छात्राओं को विभिन्न योजनाओं का लाभ मिलता है। शिक्षा विभाग ने सभी जिलों को विभिन्न योजनाओं के तहत 4 हजार 380 करोड़ की राशि आवंटित की है। मुख्यमंत्री बालिका बालक पोशाक योजना, छात्रवृत्ति योजना, साइकिल योजना, किशोरी स्वास्थ्य कार्यक्रम योजना और बालिका प्रोत्साहन योजना की राशि बैंक खातों में भेज दी जाएगी। शिक्षा विभाग ने संबंधित योजनाओं का लाभ लेने के लिए स्कूलों में 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य की है।
छात्रवृत्ति योजना के मुताबिक कक्षा 1 से 2 तक के बच्चों को 600 रुपए और कक्षा 3 से 5 तक के बच्चों को 700 रुपए और कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों को 1 हजार रुपए की राशि दी जाएगी। वहीं, मुख्यमंत्री बालक पोशाक योजना के तहत कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों को 600 रुपए और कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों को 700 रुपए दिए जाएंगे। बालिका छात्रवृत्ति योजना के तहत कक्षा 1 से 4 तक की छात्राओं को 600 रुपए और कक्षा 5 से 6 तक की छात्राओं को 1200 रुपए और कक्षा 7 से 8 तक की छात्राओं को 1800 रुपए का भुगतान किया जाएगा। साइकिल योजना के तहत तीन हजार रुपए दिए जाएंगे।
छात्रवृत्ति योजना
कक्षा | योजना के नाम | राशि |
1 से 2 | छात्रवृत्ति योजना | 600 रुपए |
3 से 5 | छात्रवृत्ति योजना | 700 रुपए |
6 से 8 | छात्रवृत्ति योजना | 1 हजार रुपए |
मुख्यमंत्री बालक पोशाक योजना
कक्षा | योजना के नाम | राशि |
1 से 5 | मुख्यमंत्री बालक पोशाक योजना | 600 रुपए |
6 से 8 | मुख्यमंत्री बालक पोशाक योजना | 700 रुपए |
मुख्यमंत्री बालक पोशाक योजना
कक्षा | योजना के नाम | राशि |
1 से 4 | बालिका छात्रवृत्ति योजना | 600 रुपए |
5 से 6 | बालिका छात्रवृत्ति योजना | 1200 रुपए |
6 से 8 | बालिका छात्रवृत्ति योजना | 1800 हजार रुपए |
जिले के प्रखंडों में इतने नामांकन रद्द हुए
पालीगंज | 1481 |
दुल्हिन बाजार | 845 |
विक्रम | 938 |
बिहटा | 3135 |
नौबतपुर | 42 |
मनेर | 1271 |
दानापुर | 1646 |
फुलवारीशरीफ | 660 |
संपतचक | 230 |
पुनपुन | 412 |
मसौढ़ी | 1494 |
धनरुआ | 967 |
फतुहा | 2106 |
दनियावां | 1179 |
खुसरुपुर | 466 |
बख्तियारपुर | 1515 |
बाढ़ | 316 |
मोकामा | 344 |
अथमलगोला | 417 |
बेलछी | 301 |
घोसवरी | 123 |
पंडारक | 400 |
पटना ग्रामीण | 1614 |
पटना शहरी | 5586 |
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Cheran