Study Time Table कैसे बनायें

Study Time Table कैसे बनायें: (14 स्टेप्स में खुद बनाये)

Study Time Table कैसे बनायें: (14 स्टेप्स में खुद बनाये):- अगर आपके पास एक बढ़िया स्टडी करने का टाइम टेबल मौजूद हो तो आपको पढाई करने में बहुत आसानी होगी लेकिन इसके लिए आपको समझना होगा की पढ़ने का रूटीन कैसे बनायें?

  • पढ़ाई के लिए शॉर्ट टर्म और लोंग टर्म गोल बनाएं
  • सिलेबस के अनुसार सभी सब्जेक्ट की लिस्ट बनाएं
  • अपने सब्जेक्ट की प्रायरिटी सेट करें
  • पढ़ाई के अलावा भी अपना समय निर्धारित करें
  • एक्टिविटी के लिए एक चेक शीट बना ले
  • प्रतिदिन रिवीजन करने का समय भी निर्धारित करें
  • पढ़ाई करने के तरीके को समझें और सुधार करें
  • पढ़ाई के महत्व को समझें
  • कुछ महत्वपूर्ण लिंक

पढ़ाई के लिए शॉर्ट टर्म और लोंग टर्म गोल बनाएं

शॉर्ट टर्म का मतलब यह है कि मान लीजिए आपका टेस्ट एक हफ्ते बाद है, या फिर आपको किसी प्रेजेंटेशन को याद करना है और उसके लिए सिर्फ 7 दिन बचे हुए हैं। इस स्थिति में हम छोटे समय के लिए शेड्यूल तैयार करते हैं।  लोंग टर्म का मतलब यह है कि हम जब हम किसी ऐकडेमिक सेशन की तैयारी करते हैं या फिर एक सेमेस्टर के लिए हमें पढ़ाई करनी होती है तो इस सूरत में हम एक ऐसा शेडूल बनाते हैं जिसे हम लंबे समय के लिए फॉलो करते हैं। अब यहां पर आपको यह डिसाइड करना है कि आपको इनमें से किस तरह का शेड्यूल तैयार करना है। अगर आप बोर्ड का एग्जाम लिखने जा रहे हैं तो आपको पूरे 1 साल के लिए शेड्यूल तैयार करना है और पूरे साल उसी टाइम टेबल को फॉलो करके पढ़ाई करना है।

हाँ जरुरत के अनुसार और विषय पर बनने वाली पकड़ को देखते हुए आप समय में बदलाव कर सकते हैं।

सिलेबस के अनुसार सभी सब्जेक्ट की लिस्ट बनाएं

जब आप अपने सभी विषयों की लिस्ट तैयार कर लेते हैं तो अब आपको यह जानना है कि उनका सिलेबस क्या है उसमें क्या क्या टॉपिक पढ़ने हैं।आपको किस विषय के लिए कौन से एक्स्ट्रा बुक्स की जरूरत है वह भी नोट कर ले और सारे टेक्स्ट बुक और गाइड कलेक्ट करके रखें।

अपने सब्जेक्ट की प्रायरिटी सेट करें

अब आपको यह समझना है कि आपके लिए कौन सा विषय हार्ड है और कौन सा आसान है।

यह आपके सिवा और कोई नहीं बता सकता क्योंकि आप खुद के बारे में सबसे अच्छा जानते हैं।

आपको हर विषय में अलग अलग से समय देना है और हर विषय पर ध्यान देना है भले ही वह आसान हो उसकी भी आपको पढ़ाई करनी है।

ये नहीं कि जो विषय आप के लिए आसान है तो आप उस किताब को बिल्कुल ही नहीं देखेंगे।

अकैडमी शुरू होते ही रूटीन के साथ पढ़ाई करने का यही फायदा है कि आप हर विषय में उसके लिए पर्याप्त समय दे सकेंगे।

यहां पर आपको उन विषयों को चुनना है जिनमें आप कमज़ोर हैं या फिर आपको वह सब्जेक्ट बहुत हार्ड लगते हैं। उनको अपने लिस्ट में सबसे ऊपर रखें और उस पर ज्यादा समय प्लान करें।

लेकिन जैसा मैंने बताया कि हर विषय पर आपको समय देना है।

ऐसा नहीं कि जिस सब्जेक्ट में आप कमजोर हैं बस उसी को पढ़ रहे हैं और बाकियों को आपने पढ़ना छोड़ दिया है।

यह गलत तरीका है। इससे आपके अच्छे विषय होने के बावजूद भी उनमे मार्क कम हो सकता है।

ऐसा देखा जाता है कि जो लड़के जिस विषय में बहुत अच्छे होते हैं, उसी में खराब परफॉर्मेंस कर देते हैं।

इसकी सबसे बड़ी वजह होती हैं, ओवर कॉन्फिडेंस और उस विषय को इग्नोर करना, उस पर समय ना देना।

यह तो आप जानते ही होंगे कि समुद्र में वही डूबते हैं जिन्हें तैरना आता है, जो तैरना नहीं जानते वो तो समुद्र में उतरते भी नहीं।

हर विषय को उसकी कठिनता के अनुसार समय दें और उसी के अनुसार उसकी पढ़ाई करें।

पढ़ाई के अलावा भी अपना समय निर्धारित करें

एग्जाम की तैयारी करने का यह मतलब नहीं होता है कि आप 24 घंटे बाद पढ़ाई-पढ़ाई और बस पढ़ाई करते रहे।

जब आपका शरीर और दिमाग दोनों फ्रेश होता है तभी अच्छे तरीके से पढ़ाई कर सकते हैं।

अगर आप कोई गेम खेलते हैं जैसे क्रिकेट, फुटबॉल या फिर कोई इनडोर गेम जैसे टेनिस इत्यादि तो उसके लिए भी आप अपने टाइम टेबल में उसके लिए भी टाइम सेट कर दे।

खेलकूद हमारे शरीर को तो मजबूत करते ही हैं, यह हमारे दिमाग को भी फ्रेश कर देते हैं और हमारी स्ट्रेस को कम करते हैं।

घर में रहते हुए आपको घर के बहुत सारे काम भी करने होते हैं।

जैसे किसी इवेंट में जाना, किसी फंक्शन को अटेंड करना, घर के किसी फैमिली मेंबर को हेल्प करना, यह सारी मैनेजमेंट भी आपको खुद ही देखनी पड़ेगी।

इनके लिए भी आपको डेली टाइम टेबल में इंक्लूड करके ही शेड्यूल को तैयार करना होता है।

एक्टिविटी के लिए एक चेक शीट बना ले

  • आप एक बड़े पेपर को ले और उस पर 1 महीने का यानी कि 30 दिनों का ब्लॉक बना ले। 
  • हर दिन आप जो चैप्टर पढ़ रहे हैं और जो क्वेश्चन आंसर याद कर रहे हैं, उनको वहां पर लिखते जाए।
  • इससे आपको पता चल जाएगा कि आप दिन भर में कितनी पढ़ाई कर रहे हैं। इससे आपको अंदाजा हो जाएगा कि आप की मेमोरी कैसी है।
  • 1 दिन में आप अधिक से अधिक कितने क्वेश्चन आंसर सॉल्व कर सकते हैं या फिर याद कर सकते हैं।
  • जब आप दिन भर पढ़ाई करते हैं और शाम तक कुछ अपने दिमाग के अंदर डाल लेते हैं तो आपको बहुत खुशी महसूस होती है और इससे अगले दिन की पढ़ाई करने के लिए काफी कॉन्फिडेंस भी बढ़ जाता है। 
  • इस तरह आपको पता चल जाता है कि आपकी एबिलिटी क्या है और आपकी दिमाग की कैपेसिटी कितनी है।
  • आप किस स्पीड से पढ़ाई करेंगे कि आपकी तैयारी समय रहते पूरी हो जाएगी।

प्रतिदिन रिवीजन करने का समय भी निर्धारित करें

आप पढ़ाई कितनी भी कर ले और अगर इसे एक बार भी रिवीजन कर लेते हैं तो फिर आपकी मेमोरी में यह परमानेंट तरीके से बैठ जाती है और पढ़ा हुआ टॉपिक याद हो जाती है। मेरी राय में जो स्टूडेंट रिवीजन नहीं करते हैं वह एग्जाम के दिन पढ़े हुए टॉपिक भी अच्छी तरह से कंप्लीट नहीं कर पाते हैं। इसीलिए साल के शुरुआत से ही पढ़ाई के साथ-साथ रिवीजन पर भी ध्यान दें तो फिर हर टॉपिक कंप्लीट तरीके से पूरी हो जाती है और दिमाग से बाहर नहीं निकलती।

पढ़ाई करने के तरीके को समझें और सुधार करें

  • हर इंसान के पढ़ाई करने का तरीका अलग होता है।
  • कुछ लोग मैथमेटिक्स बहुत आसानी से समझ लेते हैं और कुछ लोगों को यह बहुत परेशानी भरा लगता है।
  • कुछ ऐसे स्टूडेंट होते हैं जिनकी मेमोरी बहुत अच्छी होती है और कोई भी टॉपिक वह बहुत जल्दी याद कर लेते हैं।
  • वहीं कुछ ऐसे स्टूडेंट्स भी होते हैं जिन्हें टॉपिक जल्दी याद नहीं होते।
  • तो आप भी अपने पढ़ने के तरीके को समझें और इस बात का आकलन करें कि क्या यह काफी है या इसमें कुछ बदलाव करने की जरूरत है।
  • अगर आप किसी टॉपर को देखते हैं और उसके पढ़ने के तरीके को देखते हैं तो हो सकता है कि आप उसके तरीके को फॉलो  ना कर सके क्योंकि आपके IQ लेवल और उसके IQ लेवल में फर्क हो सकता है।
  • इसका मतलब यह नहीं कि अगर वह टॉपर है तो आप टॉपर नहीं बन सकते बिल्कुल बन सकते हैं लेकिन आपको अपने तरीके से पढ़ाई करनी होगी।
  • अगर आपकी याददाश्त कमजोर है, आप याद नहीं कर पाते हैं भूल जाते हैं।
  • तो मेरी एक सलाह है कि आप हर रोज सोने के पहले पानी में बादाम भीगा ले और सुबह उठकर उसे खाएं।
  • आपकी याददाश्त तेज हो जाएगी यह मेरा खुद का आजमाया हुआ तरीका है और मैं इसे सिर्फ परीक्षा के समय में ही इस्तेमाल किया करता था।
  • वैसे आप इसका इस्तेमाल हमेशा कर सकते हैं।
  • पढ़ाई के महत्व को समझें
  • शेड्यूल के टाइम का सदुपयोग करें
  •  छोटे ब्रेक लेकर पढ़ाई करें
  • शेड्यूल को हंड्रेड परसेंट फॉलो करें
  • अपने दोस्तों के साथ ही अपने डेली रूटीन के बारे में डिस्कस करें

कुछ महत्वपूर्ण लिंक

TELEGRAMJOIN
YOU TUBESUBSCRIBE

Aadhar Bank Account Seeded Process(आधार कार्ड बैंक खाते से सीडेड करें )

स्कूलों में पढाई के लिए रुटिन जारी – देखें किस घंटी में क्या पढाई होगा

रसोई गैस के दाम में भारी गिरावट – देखिए आपके यहाँ कितने में मिलेगा

Matic and Inter Exam 90% अंक प्राप्त करना है यह नियम प्रतिदिन करें

साल में 2 बार होगा बोर्ड परीक्षा- हुआ बड़ा बदलाव

SBI Loan From KCC yojana | किसान क्रडिट कार्ड योजना 2023

टॉपर बनने का आसान तरीका

BUSINESS IDEA:1500 रुपये प्रतिदिन कमाओ

साइंस में 12वीं के बाद कर सकते हैं फिजियोथेरेपी कोर्स

Business Idea:-साबुन के बिजनेस से होगी बंपर कमाई,सरकार भी करेगी मदद

1 thought on “Study Time Table कैसे बनायें: (14 स्टेप्स में खुद बनाये)”

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *