बिहार बोर्ड मैट्रिक इंटर परीक्षा 2025 में फेल छात्र ग्रेस अंक से होगें पास:-इंटर-मैट्रिक रिजल्ट से पहले बिहार बोर्ड ने जरूरतमंद परीक्षार्थी को ग्रेस अंक देने का नियमावली तय कर दी है। इस बार अधिकतम 10 फिसती तक ग्रेस अंक दिए जाएंगे | हालांकि भाषा विषय में फेल होने पर कोई भी ग्रेस अंक नहीं मिलेगा |
इस बार इंटर-मैट्रिक में अधिकतम 10 फिसती का ग्रेस मार्क्स मिलेगा
अधिकतम 10 फिसती ग्रेस देने का फैसला बिहार बोर्ड ने पहली बार किया है | इससे पहले बोर्ड एक विषय में अधिकतम 8 फिसती और दो विषय में 4-4 फिसती तक ग्रेस देता था | बोर्ड की ओर से जारी नियमावली अनुसार यह नियम सभी छात्र पर लागू होगा |
इंटरमीडिएट में अधिकतम 10 फीसदी का ग्रेस मिलेगा
इंटरमीडिएट रिजल्ट से पहले बिहार बोर्ड ने जरूरतमंद परीक्षार्थियों को ग्रेस अंक देने की नियमावली तय कर दी है। इस बार अधिकतम 10 फीसदी तक ग्रेस अंक दिए जाएंगे। हालांकि भाषा विषय में फेल होने पर कोई ग्रेस नहीं मिलेगा।
फायदा उन्हीं को मिलेगा, जिनका प्राप्तांक 75 फीसदी या ज्यादा हो
अधिकतम 10 फीसदी ग्रेस देने का फैसला बोर्ड ने पहली बार किया है। इससे पहले बोर्ड एक विषय में अधिकतम 8 फीसदी और दो विषय में 4-4 फीसदी तक ग्रेस देता था। बोर्ड की ओर से जारी नियमावली के अनुसार किसी छात्र का कुल प्राप्तांक 75 फीसदी है, लेकिन वो किसी एक विषय में फेल हो गया है तो उस छात्र को पास कराने के लिए बोर्ड अधिकतम 10 फीसदी तक ग्रेस अंक देगा। बशर्ते कि छात्र ने कोई और लाभ ना लिया हो।
रिजल्ट से पहले जरूरतमंद छात्रों के लिए बोर्ड ने नियमावली तय की
बोर्ड ने स्पष्ट कर दिया है कि यह नियमावली नियमित छात्रों पर ही लागू होगा। पूर्ववर्ती छात्रों को इस नियम का फायदा नहीं मिलेगा। बोर्ड की मानें तो छात्र को भाषा विषय में उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। भाषा विषय में किसी तरह के ग्रेस अंक नहीं दिये जायेंगे। बोर्ड के अनुसार सैद्धांतिक वाले विषय में उत्तीर्ण के लिए 30 अंक लाना अनिवार्य है।
90% से अधिक अंक वाली कॉपी बोर्ड नहीं भेजी जाएगी
इंटर की कॉपियों की जांच में 90 फीसदी या उससे अधिक अंक आने पर भी उत्तरपुस्तिकाओं को बोर्ड को नहीं भेजा जाएगा। 27 फरवरी से इंटर कॉपी जांच को लेकर सभी परीक्षकों को यह निर्देश दिया गया है। पहले 90 फीसदी और उससे अधिक अंक वाली कॉपियों को जांच के लिए बोर्ड के पास भेजा जाता था। बोर्ड ने कहा है कि खंडों में विभाजित सवालों की जांच में हर खंड पर निर्धारित अंक दिया जाएगा।
कॉपी जांच के लिए 565 एमपीपी व 1339 परीक्षक प्रतिनियुक्त
इंटर कॉपी जांच के लिए पांच केन्द्रों पर 565 एमपीपी (मार्क्स फ्वायल पोस्टिंग) व 1339 परीक्षक प्रतिनियुक्त किए गए हैं। संबंधित एमपीपी और परीक्षकों का प्रतिनियुक्ति पत्र परीक्षा समिति की ओर से जारी कर दिया गया है।
खंडों में विभाजित सवालों की जांच में हर खंड पर देंगे अंक
किस केन्द्र पर कौन से विषय की कॉपी कौन से परीक्षक जाचेंगे, इसकी सूची भी बोर्ड की ओर से जारी कर दी गई है। डीईओ ने सभी परीक्षकों और एमपीपी को निर्धारित तिथि को केन्द्र
पर योगदान देने का निर्देश दिया है। 27 फरवरी को सुबह आठ बजे एमपीपी और नौ बजे परीक्षक मूल्यांकन केन्द्रों पर योगदान देंगे। स्कूल के विरमन पत्र के साथ परीक्षक और एमपीपी आएंगे।
पांच अंक के सवाल में बनाया तीन स्टेप तो मिलेंगे तीन अंक
डीईओ ने कहा कि अगर कोई सवाल पांच अंक का है और उसका जवाब खंडों में है, बच्चे ने इसमें तीन स्टेप बनाया है तो उन्हें तीन अंक दिए जाएंगे। दिए गए अंक को तीन स्तर पर भरा जाना है। उसकी तीनों स्तर पर जांच होगी ताकि अंकों में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं हो। सह-परीक्षक मूल्यांकन के बाद उत्तर पुस्तिकाओं के मुख पृष्ठ पर ओएमआर आधारित अवार्ड शीट की पूरी प्रविष्टि एमपीपी, सह-परीक्षक एवं प्रधान परीक्षक के हस्ताक्षर के बाद सीध में फाड़कर अलग कर लेंगे।