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मैट्रिक इंटर परीक्षा में अब जूता मोजा पहनकर जा सकते हैं। पूराने नियम में रातों रात हुआ बदलाव

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By arcarrierpoint

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मैट्रिक इंटर परीक्षा में अब जूता मोजा पहनकर जा सकते हैं। पूराने नियम में रातों रात हुआ बदलाव

मैट्रिक इंटर परीक्षा में अब जूता मोजा पहनकर जा सकते हैं।- बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटर परीक्षा के दौरान जूता-मोजा पहनकर परीक्षा भवन में प्रवेश की अनुमति दे दी है. समिति ने वर्तमान में मौसम की स्थिति को देखते हुए छात्रहित में इंटर परीक्षा के एक से पांच फरवरी के बीच आयोजित परीक्षा में परीक्षार्थियों को जूता-मोजा पहनकर परीक्षा भवन में प्रवेश की अनुमति दी है.

पांच फरवरी के बाद इस संबंध में पुनः समीक्षा कर आवश्यकतानुसार दिशा-निर्देश समिति जारी करेगी. गौरतलब है कि समिति की ओर से एक से 15 फरवरी तक इंटर की परीक्षा है. इंटर परीक्षा में परीक्षा भवन में जूता-मोजा पहन कर आना सर्वथा वर्जित किया गया था. लेकिन एक से पांच फरवरी तक आयोजित परीक्षा में जूता-मोजा पहन कर परीक्षा भवन में प्रवेश की अनुमति दे दी है.

इंटर वार्षिक परीक्षा 2025 एक फरवरी से शुरू होगी. इसमें 12 लाख 89 हजार 601 परीक्षार्थी शामिल होंगे. वहीं, मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 17 से 25 फरवरी तक आयोजित किया जायेगा. इसमें 15 लाख 81 हजार 079 विद्यार्थी शामिल होंगे.

इंटर परीक्षा एक से 15 फरवरी तक दो पालियों में आयोजित की जायेगी. परीक्षा के सफल संचालन के लिए बिहार बोर्ड ने कंट्रोल रूम स्थापित किया है. कंट्रोल रूम 31 जनवरी सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक तीन पालियों में अनवरत कार्यरत रहेगा. परीक्षा संचालित होने के क्रम में किसी व्यक्ति द्वारा किसी प्रकार की समस्या होने पर समिति के नियंत्रण कक्ष (कंट्रोल रूम) के दूरभाष नंबर 0612-2232257 अथवा 0612-2232227 पर सूचित कर समस्या का त्वरित समाधान प्राप्त किया जा सकता है.

बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट और मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2025 की परीक्षा कदाचारमुक्त तरीके से हो इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से नामित उड़नदस्ता पदाधिकारी गुरुवार को आवंटित जिले में प्रस्थान करेंगे. 38 पदाधिकारियों को अलग-अलग जिला आवंटित किया गया है. ये पदाधिकारी परीक्षा की समाप्ति तक जिला मुख्यालय में कैंप करेंगे. ये पदाधिकारी परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण करेंगे, संदिग्धों पर इनकी पैनी नजर रहेगी. विभाग ने जिलेवार पदाधिकारियों को नामित किया है. हर जिले में एक-एक पदाधिकारी उड़नदस्ता पदाधिकारी के रूप में नामित हुए है.

एक फरवरी से शुरू होने वाली इंटर की परीक्षा में एडमिट कार्ड गुम होने या घर पर छूट जाने पर भी छात्रों को परीक्षा में प्रवेश मिलेगा। इसके लिए उपस्थिति पत्रक में स्कैन फोटो से पहचान की जाएगी और इसके आधार पर परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी।

डीएम ने सभी केन्द्राधीक्षकों व पुलिस प्रशासन के साथ एमआईटी सभागार में बुधवार को परीक्षा की तैयारी की समीक्षा की। कहा गया कि इंटर परीक्षा में रॉलशीट में गलत विषय अंकित होने पर परीक्षार्थियों से घोषणा पत्र लिया जाएगा। डीएम ने निर्देश दिया कि बोर्ड की गाइडलाइन के तहत परीक्षार्थी का प्रवेश पत्र गुम होने, घर पर छूट जाने एवं प्रवेश पत्र में लिंग (जेंडर) संबंधी त्रुटि अंकित रहने की स्थिति में केन्द्र पर कार्रवाई की जाएगी। यदि किसी परीक्षार्थी का प्रवेश पत्र गुम हो गया हो या भूल से घर पर छूट गया हो तो ऐसी स्थिति में उपस्थिति पत्रक में स्कैन फोटो से उसकी पहचान कर और रौलशीट से सत्यापित कर परीक्षा में बैठने की औपबंधिक अनुमति दी जाए तथा इसकी लिखित सूचना समिति को दी जाए

डीएम सुव्रत कुमार सेन एवं वरीय पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने दंडाधिकारी एवं पुलिस अधिकारियों की एमआईटी सभागार में संयुक्त ब्रीफिंग की। जिले के 74 केंद्रों पर दो पालियों में परीक्षा होगी। परीक्षा में कुल 57613 परीक्षार्थी शामिल होंगे जिसमें कुल छात्र 27016 तथा कुल छात्रा 30597 हैं। परीक्षा में छात्रों के 26 और छात्राओं के लिए 48 केंद्र बनाए गए हैं। कर्मियों को ड्यूटी पर ससमय उपस्थित होने व निर्धारित दायित्व का निर्वहन करने का निर्देश दिया गया।

केंद्र पर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, इलेक्ट्रॉनिक वाँच, स्मार्ट वॉच, मैग्नेटिक 5 वॉच, व्हाइटनर एवं इरेजर आदि लाने तथा उनके इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक लगाई गई है। केंद्र में कोई भी परीक्षार्थी एवं वीक्षक मोबाइल फोन लेकर नहीं जाएंगे। केंद्र के अंदर केंद्राधीक्षक के सहयोग के लिए जो भी शिक्षक, सुरक्षित वीक्षक या अन्य कर्मी उपस्थित रहेंगे वे भी मोबाइल फोन नहीं रखेंगे। डीएम ने ट्रैफिक डीएसपी को यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने को कहा गया, ताकि छात्रों को परेशानी न हो।

जिले में 12 केंद्रों पर 15 फरवरी को बिहार और सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा एक साथ होगी। डीईओ ने कहा कि 15 को इन केन्द्रों पर परीक्षार्थियों की संख्या काफी कम है। दोनों ही पाली में किसी केन्द्र पर पांच तो अधिकतम 17 परीक्षर्थी हैं। प्रभात तारा स्कूल, जैतपुर स्कूल, जीडी मदर इंटरनेशनल स्कूल, एशियन पब्लिक स्कूल, डीएवी बखरी, डीएवी मालीघाट, शेमफोर्ड, चन्द्रशील, माउंट लिटेरा, संत जेवियर्स, होली मिशन व सन साइन स्कूल में एक साथ दोनों परीक्षाएं संचालित होंगी।

सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में अनुचित साधन का इस्तेमाल करते पकड़े जाने वाले विद्यार्थी पकड़े दो साल तक परीक्षा नहीं दे पाएंगे। ऐसे विद्यार्थी अगले साल कंपार्टमेंटल परीक्षा भी नहीं दे सकेंगे। सीबीएसई ने 15 फरवरी से शुरू हो रही बोर्ड परीक्षाओं को लेकर यह निर्देश दिया है।

सीबीएसई-ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं को लेकर सभी स्कूलों के लिए अनुचित साधन नियम गाइडलाइन जारी की है। इसमें निर्देश दिया है कि इस गाइडलाइन से परीक्षार्थियों के साथ अभिभावकों को भी अवगत कराया जाए। स्कूलों को अभिभावकों की बैठक बुलाकर इस बारे में बताने का निर्देश दिया गया है। बोर्ड ने यह भी निर्देश दिया है कि परीक्षा के दौरान परीक्षार्थी स्कूल ड्रेस में ही केंद्र पर आएं। इसका पालन नहीं करने वालों को प्रवेश नहीं मिलेगा। प्राइवेट छात्रों के लिए हल्के रंग के कपड़े पहनकर आने का निर्देश जारी किया गया है।

  • कोई भी स्टेशनरी आइटम- जैसे पाठ्य सामग्री (मुद्रित या लिखित), कागज के टुकड़े, कैलकुलेटर, पेन ड्राइव, लॉग टेबल, इलेक्ट्रॉनिक पेन स्कैनर आदि।
  • कोई भी संचार उपकरण जैसे मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, इयरफोन, माइक्रोफोन, पेजर, हेल्थ बैंड, स्मार्ट वॉच, कैमरा ।
  • अन्य वस्तुएं जैसे वॉलेट, गॉगल्स, हैंडबैग, पाउच आदि।
  • कोई भी खुली या पैक की हुई खाद्य सामग्री, मधुमेह रोगियों को छोड़कर।
  • कोई अन्य वस्तु जिसका अनुचित तरीके से उपयोग हो सके।
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