मैट्रिक इंटर परीक्षा 2025 के लिए -75% उपस्थिति अनिवार्य – नया नियम देखें

मैट्रिक इंटर परीक्षा 2025 के लिए -75% उपस्थिति अनिवार्य – सरकारी स्कूलों में गर्मी की छुट्टी के बाद एक बार फिर से पढ़ाई शुरू हो गई है। हालांकि पहले दिन ज्यादातर स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम रही। गर्मी की छुट्टी के बाद स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति 90% अनिवार्य कर दी गई है। शिक्षकों की उपस्थित भी शत प्रतिशत होनी अनिवार्य है। जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि स्कूलों में 90% उपस्थिति नहीं रहने पर प्रधानाचार्य और शिक्षकों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

इसको लेकर स्कूल के शिक्षकों और प्रधानाचार्य की जिम्मेवारी बढ़ गई है। पहले से लागू निर्देश के अनुसार तीन दिन से अधिक बिना बताए स्कूल नहीं आने वाले बच्चों के अभिभावकों से स्कूल प्रबंधन के द्वारा फोन कर स्कूल नहीं आने का कारण पूछा जाता है। सात दिनों तक स्कूल नहीं आने पर अभिभावकों को नोटिस भेजा जाता है और बिना जानकारी 15 दिनों तक स्कूल नहीं आने वाले बच्चों का रजिस्टर से नाम काट दिया जाता है। इसके बाद दोबारा नाम लिखवाने के लिए प्रॉपर कारण के साथ अभिभावकों को शपथ पत्र एफिडेविट के साथ देना होता है तब जाकर नाम वापस रजिस्टर में दर्ज हो सकता है।

सरकारी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति 90% हो सके जिसको लेकर शहरी क्षेत्र के स्कूलों के लिए मीना मंच, बाल संसद, वर्ग शिक्षक और हेड मास्टर के साथ-साथ विद्यालय शिक्षा समिति के सदस्यों के माध्यम से बच्चों को स्कूल लाने की पहल की जा रही है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में टोला सेवा और तालीमी मरकज के माध्यम से बच्चों को स्कूल पहुंचाया जा रहा है और उनके माध्यम से बच्चों के नामांकन पर भी जोर दिया जा रहा है।

स्कूलों में 75 प्रतिशत अटेंडेंस अनिवार्य है और बिना कारण बताए 15 दिनों तक उपस्थित नहीं रहने वाले बच्चों का नाम काटने का सिलसिला जारी है। जुलाई 2023 से इस वर्ष 13 अप्रैल तक यानी दस महीने में पूरे बिहार में कक्षा एक से 12वीं तक के 23,96,717 बच्चों का नाम काटा जा चुका है। इसमें से 421213 बच्चों का री एडमिशन लिया गया है। वहीं पटना जिला की बात करें तो कक्षा 1 से आठवीं तक 88164 और कक्षा 9 से 12वीं तक 14528 बच्चों का नाम काटा गया। इसमें 24628 बच्चों का री एडमिशन लिया गया। पूरे बिहार में कक्षा 1 से आठवीं तक 1924042 और कक्षा नौवीं से 12वीं तक 472675 बच्चों का नाम काटा जा चुका है।

बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव व पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर कहा है कि शिक्षा विभाग के तानाशाही रवैये से शिक्षक और बच्चों की जान खतरे में है। 16 मई से बच्चों एवं शिक्षकों की 90 प्रतिशत उपस्थिति की गारंटी खाली पेट काम करने एवं 12 बजे दोपहर में जब तापमान 45 डिग्री रहेगा तब बच्चों को घर जाने के लिए मजबूर करेगा। शिक्षकों को खाली पेट 1:30 बजे घर लौटाया जा रहा है। मुजफ्फरपुर के शिक्षक अविनाश कुमार लू लगने के कारण इस दुनिया से विदा हो गए। कई सुकुमार बच्चे काल-कवलित हो गए। लेकिन विभाग बेपरवाह है।

उन्होंने कहा है कि विश्वविद्यालय शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी जो सेवानिवृत्त और बीमार हैं उनके पेंशन को बंद कर देना, उनकी जिन्दगी के साथ खिलवाड़ है। साथ ही तिरहुत शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के विधान परिषद सदस्य प्रो. संजय कुमार सिंह ने भी कहा है कि शिक्षा विभाग विधान मंडल से मुख्यमंत्री की घोषणा को एवं राजभवन से उच्च न्यायालय तक के फैसलों को नहीं मानकर मुख्यमंत्री, राजभवन एवं उच्च न्यायालय के प्रति घोर अवमानना कर रहे है। इसलिए बिहार के बच्चों और शिक्षकों के व्यापक हित में मुख्यमंत्री शीघ्र शिक्षा विभाग के आदेश को निरस्त करें।

मैट्रिक इंटर परीक्षा 2025 के लिए -75% उपस्थिति अनिवार्य - नया नियम देखें

एतद् द्वारा सभी माध्यमिक / उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापकों, छात्रों एवं उनके अभिभावकों को सूचित किया जाता है कि ग्रीष्मावकाश के बाद दिनांक 16.5.2024 से विद्यालय में शिक्षण कार्य प्रारंभ हो गया है। इस प्रकार सभी उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा 9-12 तक की पढ़ाई शुरू हो जानी है। उल्लेखनीय है कि बिहार लोक सेवा आयोग के माध्यम से लगभग 1 लाख अध्यापक केवल माध्यमिक / उच्च माध्यमिक विद्यालयों में पदस्थापित किए गए हैं।

अतः आशा की जाती है कि चारों वर्गों यथा कक्षा 9, कक्षा 10, कक्षा 11 एवं कक्षा 12 में पठन-पाठन दिनांक 16.5.2024 से सुचारू रूप से चले। वर्ग 10 एवं 12 के छात्रों का शिक्षण कार्य 01ली अप्रैल, 2024 से प्रारंभ है। वर्ग 9 में नया नामांकन प्रारंभ हो गया है। वर्ग 11 में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा जब तक OFSS पोर्टल के माध्यम से नामांकन हेतु सूची निर्गत नहीं कर दिया जाता है तब तक वर्ग 11 के छात्र/छात्राओं के अध्यापन को अवरूद्ध रखना उचित नहीं है। विभागीय कैलेण्डर के अनुसार भी इनका वर्ग संचालन 16 मई, 2024 से प्रारम्भ हो जाना है। अतः वर्ग 10 में उत्तीर्ण होने वाले छात्र अपने उसी विद्यालय में कक्षा 11 में तत्काल अध्यापन हेतु उपस्थित होना सुनिश्चित करेंगे, जिससे कि उनका शिक्षण कार्य प्रारम्भ हो सके। संबंधित विद्यालय प्रधान भी ऐसे छात्रों को विद्यालय पहुँचकर अध्ययन करने हेतु प्रेरित करेंगे।

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