बिहार बोर्ड मैट्रिक इंटर परीक्षा एप से होगी सेंटर पर चेकिंग

बिहार बोर्ड मैट्रिक इंटर परीक्षा एप से होगी सेंटर पर चेकिंग

बिहार बोर्ड मैट्रिक इंटर परीक्षा- मैट्रिक व इंटर की वार्षिक परीक्षा के सफल संचालन के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति एग्जामिनेशन एप से मॉनीटरिंग करेगी. इस एप से सभी परीक्षा केंद्रों की निगरानी की जायेगी. दोनों परीक्षाओं की निगरानी के लिए राज्य के सभी परीक्षा केंद्रों पर कंप्यूटर शिक्षक या कंप्यूटर के जानकारी कर्मी की नियुक्ति होगी. इनकी ड्यूटी एक से 23 फरवरी तक आयोजित होने वाली इंटर व मैट्रिक परीक्षा तक रहेगी

इस संबंध में दिशा निर्देश भी समिति ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी माध्यमिक व जिला शिक्षा पदाधिकारियों को दे दी है. दोनों परीक्षाओं के लिए निर्धारित परीक्षा केंद्रों पर जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा एंड्रॉयड स्मार्टफोन के उपयोग करने वाले एक-एक कंप्यूटर शिक्षक या कंप्यूटर के जानकार कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जायेगी. परीक्षा संबंधी सूचनाएं एप पर अपलोड कर समिति को भेजनी होगी.

नियुक्त कंप्यूटर शिक्षक या कंप्यूटर के जानकारों की सूची सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को परीक्षा नियंत्रक के मेल पर भेजनी होगी. इंटर की परीक्षा 1522 व मैट्रिक की परीक्षा 1583 केंद्रों पर होगी. इन केंद्राधीक्षकों को ट्रेनिंग दी जायेगी. ट्रेनिंग दो पालियों में होगी. सुबह 10 से 12:30 और दोपहर एक से 3:30 बजे तक प्रशिक्षण होगा. एग्जामिनेशन एप के उपयोग व परिचालन के संबंध में विस्तृत प्रशिक्षण कार्यशाला प्रमंडलवार दोनों परीक्षाओं के लिए दी जायेगी. प्रशिक्षण शिविर में कंप्यूटर के जानकार के साथ-साथ दोनों परीक्षाओं के लिए नियुक्त सभी केंद्राधीक्षक भी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होंगे.

इंटर और मैट्रिक वार्षिक परीक्षा में पारदर्शिता लाने के लिए बिहार बोर्ड ने एग्जामिनेशन एप तैयार किया। इससे सभी परीक्षा केंद्र मिलाकर 3105 शिक्षकों को जोड़ा जाएगा। ये शिक्षक परीक्षा समाप्त होने के बाद उपस्थित व अनुपस्थित छात्रों की संख्या के साथ निष्कासन की जानकारी उपलब्ध करवायेंगे। परीक्षा समाप्त होने के साथ ये जानकारी बोर्ड को राज्यभर के तमाम केंद्रों से उपलब्ध हो जाएगी।

इससे बोर्ड आगे की आवश्यक कार्रवाई कर पाएगा। इसके लिए बिहार बोर्ड ने सभी शिक्षकों को प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया है। इस दौरान एग्जामिनेशन एप को कैसे चलाना है, जानकारी को कैसे अपलोड करनी है, तमाम चीजें बताई जाएगी। प्रशिक्षण पांच और छह जनवरी को प्रमंडलवार दिया जाएगा। एप से केंद्राधीक्षक अथवा उनके प्रतिनिधि प्रशिक्षित हो जाएं तथा परीक्षा संबंधित जानकारी बोर्ड को आसानी से उपलब्ध करवाने के लिए कंप्यूटर जानकार को प्रशिक्षण के लिए भेजने को कहा है। बोर्ड द्वारा उन शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा जिन्हें एंड्रायड मोबाइल की जानकारी हो।

जुलाई में शुरू होने वाले आगामी सत्र तक राज्य के सभी विश्वविद्यालयों और अंगीभूत कॉलेजों में ई लाइब्रेरी की सुविधा शुरू हो जाएगी। राज्य के सभी विश्वविद्यालयों और 260 अंगीभूत कॉलेजों के लगभग 2 लाख से अधिक विद्यार्थी और शिक्षकों को ई लाइब्रेरी की मुफ्त सुविधा देनी है। अभी राज्य के अधिकतर विश्वविद्यालयों और कुछ अंगीभूत कॉलेजों में यह सुविधा शुरू हुई है। स्नातक, स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को संबंधित वर्ग की पढ़ाई के साथ ही प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी में इससे मदद भी मिलेगी। खास कर शोधार्थी को अधिक मदद मिलेगी। ई लाइब्रेरी में महत्वपूर्ण जर्नल के साथ ही विश्वस्तरीय पुस्तकें उपलब्ध रहेंगी।

विश्वविद्यालयों और सरकारी कॉलेजों के विद्यार्थी और शिक्षक लॉग इन आईडी और पासवर्ड के माध्यम से कंप्यूटर, टैब या मोबाइल पर पुस्तक पढ़ सकते हैं। अन्य राज्यों के विश्वविद्यालयों के पुस्तकालय में रखी दुर्भल किताबों का अध्ययन किया जा सकता है। वर्तमान में राज्य के किसी भी विश्वविद्यालय में शोध के लिए जर्नल और बेहतर पाठ्य सामग्री उपलब्ध नहीं है। दिसम्बर 2022 में पूर्व राजभवन में ई लाइब्रेरी की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार, विश्वविद्यालय और इंफ्लिबनेट के बीच त्रिस्तरीय समझौता किए गए थे।

शैक्षणिक और शोध से संबंधित सूचना देकर विद्यार्थियों को लाभ पहुंचाना। शैक्षिक संस्थानों के पुस्तकालयों को पूर्ण स्वचालित बनाना। पुस्तकालयों में उपलब्ध दस्तावेजों का ऑनलाइन कैटलॉग बनाना। विश्वविद्यालयों के लिए विद्धतापूर्ण समकक्ष समीक्षा की इलेक्ट्रॉनिक संसाधनों की सहज पहुंच प्रदान करना। विश्वविद्यालयों की विरासत दस्तावेजों का डिजिटलीकरण और ई प्रारूप में सामग्री उपलब्ध कराना।

क्या है सूचना और पुस्तकालय नेटवर्क केंद्रः सूचना और पुस्तकालय नेटवर्क केंद्र (इंफ्लिबनेट) एक ऐसा संगठन है, जो आगे की शिक्षा के लिए पुस्तकालयों और सूचना संसाधनों को बढ़ावा और सुविधा देता है। इसका परिसर गुजरात के गांधीनगर में है। इंफ्लिबनेट विश्वविद्यालय अनुदान आयोग का एक स्वायत्त अंतर विश्वविद्यालय केंद्र है।

उच्च शिक्षा की बेहतरी के लिए ई लाइब्रेरी समय की मांग है। इससे दुर्लभ पुस्तक और जर्नल की सुविधा मिलेगी। अगले सत्र से राज्य के सभी अंगीभूत कॉलेजों में इसकी सुविधा शुरू हो जाएगी।

सामान्य पाठ्यक्रम के साथ ही प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी और शोध में मिलेगी सहायता

शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में तैयारी पूरी करने के लिए कहा

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