छात्रों की संख्या पर बनेगा प्रश्नपत्र का पैकेट
मैट्रिक इंटर परीक्षा 2024:-इंटर और मैट्रिक परीक्षा 2024 में जिस कमरे में जितने परीक्षार्थी होंगे, उतनी ही संख्या में प्रश्नपत्र का बना पैकेट संबंधित परीक्षा हॉल में भेजा जाएगा।
प्रश्नपत्र का पैकेट बोर्ड की ओर से ही बनकर आएगा
प्रश्नपत्र का पैकेट बोर्ड की ओर से ही बनकर आएगा। पैकेट में परीक्षार्थियों की संख्या से अधिक या कम प्रश्नपत्र नहीं होगा। कदाचार मुक्त परीक्षा कराने को लेकर यह व्यवस्था की गई है।अपर मुख्य सचिव के. के. पाठक ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में सभी जिले के डीईओ को निर्देश जारी किया है। 24 घंटे के भीतर मुजफ्फरपुर समेत सभी जिलों के डीईओ से मैट्रिक और इंटर परीक्षा के लिए बनाए गए केन्द्रों पर परीक्षा कक्ष में बैठने वाले परीक्षार्थियों की संख्या की रिपोर्ट मांगी है।
मैट्रिक और इंटर परीक्षा में जिस कमरे में जितने परीक्षार्थी रहेंगे
मैट्रिक और इंटर परीक्षा में जिस कमरे में जितने परीक्षार्थी रहेंगे, उतनी ही संख्या में प्रश्न पत्र का पैकेट बोर्ड से बनकर आएगा। ऐसे में एक कमरे से दूसरे कमरे तक भी किसी भी प्रश्नपत्र का आदान-प्रदान नहीं किया जा सकेगा। डीईओ ने कहा कि किसी भी परीक्षा कक्ष में इसबार यह नहीं होगा कि प्रश्नपत्र किसी में बच गया या फिर किसी में कम पड़ गया तो दूसरी जगह से प्रश्नपत्र भेजा जा रहा है। इससे प्रश्नपत्र के बाहर निकलने की कोई भी संभावना नहीं रहेगी। जिले में इसबार इंटर परीक्षा के लिए 64 और मैट्रिक परीक्षा के लिए 78 केंद्रों का निर्धारण किया गया है।
पहले दो दिसंबर का था समवः
पहले दो दिसम्बर तक का समय केंद्र अधीक्षकों को दिया गया था। कहा गया था कि परीक्षा केंद्र पर जाकर आवासन क्षमता का आकलन कर लें और बताएं कि किस कक्ष में कितने परीक्षार्थी बैठ पाएंगे। लेकिन बुधवार को अपर मुख्य सचिव के 24 घंटे में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश के बाद देर शाम जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से संबंधित केंद्र अधीक्षकों को निर्देश दिया गया कि हर हाल में गुरुवार
को यह रिपोर्ट सौंप दें।
डीईओ ने प्रधानाध्यपकों को कहा- उपस्थित नहीं होने वाले बच्चों का नामांकन करें रद्द
24 घंटे में परीक्षार्थियों की संख्या की मांगी रिपोर्ट
- हर कक्ष की संख्या के बराबर का होगा पैकेट
- प्रश्नपत्र के बाहर निकलने की नहीं रहेगी संभावना
50% से कम बच्चों की उपस्थिति होने पर 19 प्रधानाध्यापकों का वेतन रोका
पटना जिले के 19 वैसे स्कूलों के प्रधानाध्यापक जहां बच्चों की उपस्थिति 50 प्रतिशत से कम पाई गई है। उनका वेतन अगले आदेश तक रोक दिया गया है। इसके साथ ही वैसे बच्चों का नाम मेधा पोर्टल से हटाने को कहा है, यदि ऐसा नहीं करते हैं तो स्कूल से अनुपस्थित रहने वाले बच्चों के अभिभावकों से संपर्क कर स्कूल आने के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया है। स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम होने को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रतिदिन वैसे स्कूलों के प्रधानाध्यापकों के साथ बैठक कर रहे हैं जहां बच्चों की उपस्थिति अब भी 50 प्रतिशत से कम रह रही है। बैठक में प्रधानाध्यापकों से उपस्थिति कम होने की वजह जानने के साथ ही उपस्थिति बढ़ाने के लिए विभिन्न सुझाव भी दिए जा रहे हैं। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बैठक से अनुपस्थित शिक्षकों को अगले आदेश तक वेतन निर्गत करने पर रोक लगा दी है।
प्रधानाध्यापकों को बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने की हिदायत दी
जिला शिक्षा पदाधिकारी अमित कुमार ने बुधवार को भी जिले के विभिन्न प्रखंडों के वैसे 20 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों के साथ बैठक की जहां बच्चों की उपस्थिति 50 प्रतिशत से कम रह रही है। बैठक में डीइओ ने संबंधित स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने को लेकर सख्त हिदायत दी है। इसके साथ ही अधिक दिनों तक बिना कारण बताये अनुपस्थित रहने वाले बच्चों का नामांकन रद्द करने का निर्देश दिया है। मंगलवार को हुई बैठक में 50 स्कूलों के प्रधानाध्यपकों को बुलाया गया था जिनमें से 31 स्कूलों के ही प्रधानाध्यापक शामिल हुए।
इन स्कूलों के प्रधानाध्यापकों का रोका गया वेतन
बता दें कि जिन 19 प्रधानाध्यापकों का वेतन रोका गया है वे स्कूल हैं, उच्च माध्यमिक विद्यालय नावा बाढ़, उच्च माध्यमिक विद्यालय डाभवन पंडारक, माध्यमिक स्कूल डाभवन पंडारक, प्राथमिक स्कूल सिकंदरपुर पंडारक, प्राथमिक स्कूल महावीर आस्थन मोकामा, प्राथमिक स्कूल मोहम्मदपुर हरिजन टोला फतुहा, उच्च माध्यमिक स्कूल दौलतपुर फतुहा, उच्च माध्यमिक विद्यालय घोसवरी, उच्च माध्यमिक विद्यालय मोकामा, श्री धाराश्रम हाई स्कूल विक्रम, नया प्राथमिक स्कूल यादव चौक फलवारीशरीफ, प्राथमिक कन्या राजा बिगहा धनरूआ, उच्च माध्यमिक स्कूल हराउली बेलछी, आधुनिक शिशु एमएस खगौल दानापुर, हाई स्कूल कायापुर नौबतपुर, प्राथमिक स्कूल भगवानपुर फतुहा, जगतारिनी हाई स्कूल रामपुर दियारा मनेर, उच्च माध्यमिक विद्यालय उसमा अथमलगोला और बलदेव इंटर स्कूल दानापुर है।