बिहार के सभी स्कूल कॉलेज कोचिंग 8 तक बन्द | 400 से अधिक विधार्थी लू की चपेट में

बिहार के सभी स्कूल कॉलेज कोचिंग 8 तक बन्द- भीषण गर्मी को देखते हुए राज्य के सभी सरकारी- निजी स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र और कोचिंग संस्थानों में 30 मई से आठ जून तक शिक्षण कार्य नहीं होंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने सभी डीएम को यह आदेश जारी किया है। मुख्य सचिव ने बुधवार को शिक्षा विभाग और समाज कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव को भी इस संबंध में पत्र भेजा है। वहीं, विभाग ने जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे 8 तक स्कूलों में प्रशासनिक आदि कार्यों के लिए अपने स्तर से दिशा-निर्देश जारी करेंगे।

गौर हो कि मुख्य सचिव के आदेश के कुछ देर पहले शिक्षा विभाग के माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने भी आदेश जारी किया था, जिसमें कहा गया कि भीषण गर्मी को देखते हुए पहली से आठवीं कक्षा की पढ़ाई सुबह छह से 10 बजे तक होगी। अब मुख्य सचिव के आदेश के बाद सभी स्कूल आठ जून तक बंद रहेंगे। मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों को लिखे पत्र में कहा है कि कुछ दिनों से अप्रत्याशित भीषण गर्मी के साथ लू के प्रकोप में बिहार के ज्यादातर जिले हैं। कुछ जिलों जैसे गया, औरंगाबाद, कैमूर में तापमान 46 डिग्री से भी ज्यादा है।

यह स्थिति कमोबेश सभी जिलों की है। आपदा प्रबंधन समूह की बुधवार को बैठक में मौसम विभाग के प्रतिनिधि ने बताया कि ऐसी गर्मी की स्थिति 8 जून तक रहने के आसार हैं। अतः निर्णय लिया गया है कि स्कूल, आंगनबाड़ी और कोचिंग संस्थानों में शिक्षण कार्य आठ जून तक बंद रखा जाए, ताकि भीषण गर्मी से बच्चों को बचाया जा सके। पत्र में यह भी कहा गया है कि भीषण गर्मी एवं लू से बचाव को आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा चार अप्रैल, 2024 को जारी दिशा-निर्देश तथा कई विभागों द्वारा निर्गत मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप कार्रवाई सुनिश्चित करें।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1 ge मुख्य सचिव को दिये निर्देश में कहा है है कि भीषण गर्मी और भयंकर लू की चपेट से राज्य में आपदा की स्थिति बन रही है। वर्तमान स्थिति को देखते हुए स्कूलों को बंद करने के संबंध में समुचित कार्रवाई सुनिश्चित करें, ताकि स्कूलों में बच्चों का स्वास्थ्य प्रभावित न हो। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया था कि आपदा प्रबंधन समूह की बैठक आयोजित कर वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए अन्य आवश्यक कार्रवाई भी सुनिश्चित करें।

राज्यभर में भीषण गर्मी और लू कहर बनकर टूटी है। बुधवार को अलग-अलग जिलों में तीन सौ से अधिक स्कूली बच्चे और शिक्षक बेहोश हो गए। इलाज के लिए उन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराना पड़ा।

सूरज की प्रचंड किरणें और शुष्क पछुआ के प्रवाह से राज्य के 15 शहरों में हीट वेव की स्थिति हो गई है। बुधवार को औरंगाबाद का अधिकतम तापमान 48.2 डिग्री दर्ज किया गया। यह इस सीजन में बिहार के किसी शहर का अधिकतम पारा है।

भीषण गर्मी और लू की वजह से बुधवार को बिहार के अलग-अलग हिस्सों में एक दारोगा (एएसआई) समेत आठ लोगों की मौत हो गई। लू लगने से भागलपुर जिला पुलिस बल में तैनात दारोगा देवनाथ राम की जान चली गई। दारोगा चुनाव ड्यूटी में डेहरी स्थित पुलिस लाइन पहुंचे थे। बुधवार दोपहर तबीयत खराब होने पर सासाराम सदर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। दारोगा भोजपुर के बिहियां थाना क्षेत्र के औराई नवादा गांव के रहने वाले थे। अरवल चुनाव ड्यूटी में अरुणाचल प्रदेश से आए हेड कांस्टेबल निक्कू अहुजा की मौत हो गई। उनकी ड्यूटी उत्क्रमित विद्यालय रामपुर चौरम में थी।

गोपालगंज में नासिक के पर्यटक की मौत लू लगने से हो गई। पर्यटकों के एक दल के साथ सोमनाथ आगरे (60) काठमांडू जा रहे थे। बरौली के मिर्जापुर बाजार के पास बस में सवार की तबीयत अचानक बिगड़ गई। सदर अस्पताल में इलाज के क्रम में उनकी मौत हो गई।

रोहतास के करगहर बड़हरी बाजार में वृद्धा तेतरा देवी और औरंगाबाद के आंजन के अरुण कुमार सिंह की मौत हो गई।

भोजपुर जिले के जगदीशपुर, बड़हरा और गजराजगंज थाना क्षेत्र में लू से तीनलोगों की मौत हो गई।

राज्य में भीषण गर्मी और हीट वेव (लू) के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को अलर्ट रहने का आदेश दिया है। स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिग से हुई बैठक में सभी सिविल सर्जन और डीपीएम को लू के मद्देनजर सभी अस्पतालों में आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।

भीषण गर्मी और भयंकर लू की चपेट से राज्य में आपदा की स्थिति बन गयी है. बुधवार को गर्मी के कारण राज्यभर में 389 स्कूली बच्चे समेत कुछ शिक्षक भी बेहोश हो गये. वहीं, चुनाव ड्यूटी में गये एक एएसआइ और एक किसान सहित आठ लोगों की जान चली गयी. जिनकी मौत हुई है, उनमें से दो लोगों ने भीषण गर्मी के कारण सड़क पर चलते-चलते दम तोड़ दिया. मौसम विभाग के अनुसार पिछले 128 साल के इतिहास में गया में पहली बार इतनी भीषण गर्मी पड़ी है.

इधर, प्रदेश में बढ़ती गर्मी को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों के साथ-साथ आंगनबाड़ी केंद्रों और कोचिंग संस्थानों को 30 मई से आठ जून तक बंद करने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा को दिये गये निर्देश में कहा गया है कि आवश्यकता अनुसार वर्तमान स्थिति को देखते हुए स्कूलों को बंद करने के संबंध में समुचित कार्रवाई सुनिश्चित करें, ताकि स्कूली बच्चों का स्वास्थ्य प्रभावित नहीं हो.

मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को यह भी निर्देश दिया है कि वे क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक बुलाकर वर्तमान हालात में अन्य जरूरी कार्रवाई सुनिश्चित करें. इससे पहले राज्यपाल ने भी मुख्य सचिव को निर्देश दिया था कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए स्कूलों को बंद कराएं. इधर, आइएमडी के मुताबिक अगले दो दिन तक इसी तरह का तापमान बने रहने का पूर्वानुमान है.

बुधवार को राज्य में भीषण लू चली. गया सहित दक्षिण बिहार के कई जिलों में उच्चतम तापमान अभूतपूर्व रहा. गया में 128 साल के इतिहास में मई माह में इतनी गर्मी कभी नहीं पड़ी. आइएमडी पटना के पास उपलब्ध रिकार्ड के मुताबिक 1896 से लेकर मंगलवार तक इतना तापमान कभी दर्ज नहीं किया गया. इस तरह मई में बुधवार को दर्ज उच्चतम तापमान 47.4 डिग्री सेल्सियस अब तक का सबसे अधिक है. इससे पहले गया में मई माह वर्ष 1970 में केवल 47.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.

राज्य में सबसे अधिक तापमान औरंगाबाद में 48.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. राजधानी पटना का अधिकतम तापमान 42.8 डिग्री रहा. कुल मिलाकर पूरा राज्य भीषण गर्मी के आगोश में है. खासतौर पर दक्षिण बिहार में लू का कहर देखा जा रहा है. बुधवार को गर्म पछुआ के थपेड़े महसूस किये गये. लू की तपिश के चलते राज्य के अधिकतर जगहों पर कर्फ्यू जैसी स्थिति देखी गयी. आइएमडी की तरफ से अगले दो दिन तक इसी तरह का तापमान बने रहने का पूर्वानुमान जारी किया गया है. राज्य में भीषण लू के चलते औरेंज अलर्ट है. जानकारों के मुताबिक दक्षिण बिहार के गया सहित तकरीबन सभी जिलों में अधिकतम छोटी-बड़ी नदियां पूरी तरह सूख चुकी हैं. ऐसा लगताार पिछले कुछ सालों से हैं. इसके चलते रेत जल्दी गर्म हो रहा है.

राज्य में पड़ भीषण गर्मी के कारण आठ लोगों की मौत हो गयी. दरभंगा के एमआरएम कॉलेज के पास सड़क पर जा रहा एक युवक बेहोश होकर गिर गया. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. युवक की पहचान नहीं हुई है. पूर्णिया में ललन ऋषि नाम का व्यक्ति सड़क के किनारे गिर गया, वहीं उसकी मौत हो गयी. उधर, कैमूर, औरंगाबाद और रोहतास में लू लगने से चार लोगों की जान चली गयी. औरंगाबाद के मदनपुर प्रखंड के आजन गांव में एक व्यक्ति, रोहतास के अकबरपुर में दो लोगों और कैमूर के कुदरा में एक किसान की लू लगने से मौत हुई है. ई है. सासाराम में चुनाव ड्यूटी पर गये एएसआइ देवनाथ राम की लू से मौत हो गयी.

मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव और समाज कल्याण विभाग के प्रधान सचिव के साथ ही सभी जिलाधिकारियों को अलग-अलग पत्र लिखकर निर्देश जारी किया है. मुख्य सचिव ने कहा है कि भीषण गर्मी को देखते हुए क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप ने सभी सरकारी और कोचिंग संस्थान सहित सभी निजी विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्रों में 30 मई से आठ जून तक शिक्षण कार्य बंद रखने का निर्णय लिया है. इधर, शिक्षा विभाग ने बुधवार को हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों से कहा है कि जो प्रशासनिक काम शेष रह गये हैं, उन्हें पूरा कराने के लिए जरूरी निर्णय ले सकते हैं. माना जा रहा है कि स्कूल बंद होने की स्थिति में शिक्षकों की छुट्टी को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी कोई भी निर्णय ले सकते हैं.

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