नीट यूजी 2024 का कट ऑफ देखें | नीट यूजी परीक्षा होगा रद्द??

नीट यूजी 2024 का कट ऑफ देखें | नीट यूजी परीक्षा होगा रद्द??

नीट यूजी 2024 का कट ऑफ देखें- कॉलेजों में नामांकन के लिए नेशनल इलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) यूजी 2024 का आयोजन रविवार को राज्य के 35 जिलों के 180 से अधिक सेंटरों पर किया गया. वहीं, पटना के 68 से केंद्रों पर परीक्षा हुई. परीक्षा दोपहर दो बजे से शाम 5:20 बजे तक कड़ी सुरक्षा के बीच हुई. परीक्षा में 200 प्रश्न पूछे गये थे. चार विषय फिजिक्स, केमिस्ट्री, बॉटनी, जूलॉजी से 50-50 प्रश्न पूछे गये. हर विषय में दो सेक्शन थे, सेक्शन ए और सेक्शन बी, सेक्शन ए में 35 सवाल थे, जो अनिवार्य था और सेक्शन बी में 15 सवाल थे.

जिनमें से कोई 10 सवालों को हल करना था. कुल सभी विषय मिलाकर 200 में से 180 सवाल हल करने थे और टोटल मार्क्स 720 के थे. पिछले साल की तुलना में इस बार प्रश्न आसान पूछे गये थे. वहीं ज्यादातर छात्रों ने बताया कि बायोलॉजी के प्रश्नों ने काफी उलझाया. बायोलॉजी के प्रश्न टाइम टेकिंग था. वहीं, कुछ परीक्षार्थियों ने कहा कि फिजिक्स के प्रश्न पत्र ने काफी उलझाया. फिजिक्स के प्रश्न पत्र का लैंग्वेज हार्ड था जिस वजह से काफी समय लिया.

पल्लवी कुमारी ने बताया कि फिजिक्स के प्रश्न पत्र कठिन रहा तो केमिस्ट्री आसान था. बायो के प्रश्न पत्र लेंदी था. शेखर ने बताया कि फिजिक्स के प्रश्न पत्र को सॉल्व करने में काफी समय लगा. सुमन ने बताया कि प्रश्न पत्र मिला- जुला रहा हालांकि, फिजिक्स के प्रश्न काफी को सॉल्व करने में काफी समय लगा. बायोलॉजी प्रश्न को पढ़ने में स्टूडेंट्स को अधिक समय लगने के कारण टाइम मैनेजमेंट में परीक्षार्थी फेल हो गये. क्योंकि इसमें से आसान प्रश्नों का उत्तर देना था और हर प्रश्न को स्टूडेंट्स को पढ़ने पड़ा. एक्सपर्ट ने कहा कि इस बार भी नीट का कटऑफ स्कोर 610 मार्क्स से आसपास रहने की उम्मीद है

गड़बड़ी को देखते हुए नीट में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी थी. सभी सिस्टम एनटीए अपने हाथों में लिये हुए था. प्रश्नपत्र बाहर न हो, इसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रखे गये थे. परीक्षार्थियों के बीच बांटने के लिए लाये गये पेपर का बॉक्स इलेक्ट्रॉनिक लॉक तथा जीपीएस सिस्टम से लैस था. बॉक्स को खोलने के लिए एप का इस्तेमाल किया गया था. परीक्षा के दौरान हैंड डिटेक्टर से अभ्यर्थियों की जांच भी की गयी.

सीसीटीवी और जैमर की निगरानी में नीट की परीक्षा हुई. सेंटर पर 12 बजे से ही इंट्री शुरू हो गयी थी. हालांकि कई सेंटरों पर काफी भीड़ भी लगी रही. इंट्री गेट पर ही परीक्षा के दौरान प्रतिबंधित सामानों की सूची को लगा दिया गया था. लेकिन परीक्षा समाप्त होने के बाद एनटीए द्वारा जारी गाइडलाइन की खूब धज्जियां उड़ीं. परीक्षा समाप्ति होने के आधे घंटे पहले 4:30 बजे से ही पैरेंट्स सेंटर के गेट पर खड़े हो गये, जिससे भीड़ लग गयी और सड़क जाम हो गया.

कई सेंटर पर जूते और आभूषण पहन कर आने वाले स्टूडेंट्स को सेंटर के बाहर ही जूते उतारने पड़ गये. कई छात्राओं का आभूषण भी उतरवाया गया. परीक्षा में सभी परीक्षार्थी हॉफ टी-शर्ट में ही नजर आये. छात्रों को क्रॉस चेक करने के लिए डिजिटल सिग्नेचर से जांचा कराया गया. क्यूआर कोड से छात्र का एडमिट कार्ड और पहचान पत्र स्कैन किया गया.

नीट यूजी का एग्जाम समाप्त हो गया है. इस पर गोल इंस्टीट्यूट के एमडी बिपीन सिंह ने कहा कि इस बार सभी प्रश्न सिलेबस से थे. केमिस्ट्री सबसे आसान रहा. फिजिक्स भी पिछले साल की तरह ही आसान था. बायोलॉजी के प्रश्न टाइम टेकिंग रहा. वहीं, गोल इंस्टीट्यूट के असिस्टेंट डायरेक्टर रंजय सिंह ने कहा कि पिछले साल से प्रश्न काफी आसान रहा. बायोलॉजी के प्रश्न टाइम टेकिंग था. सभी प्रश्न एनसीइआरटी से पूछे गये थे. इस बार कटऑफ पिछले साल से बढ़ने की उम्मीद है. ऑल इंडिया 15 प्रतिशत सीटों के लिए जनरल व ओबीसी का कटऑफ 610 रहने की उम्मीद है.

एलन कैरियर इंस्टीट्यूट प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक डॉ बृजेश माहेश्वरी व पटना के जोनल हेड डॉ विपिन योगी ने बताया कि नीट का पेपर एनसीइआरटी बेस्ड रहा. फिजिक्स, बॉयोलॉजी आसान रहे जबकि केमिस्ट्री कठिन रही. इस बार केमिस्ट्री का पेपर ही रैंक निर्धारित करेगा. केमिस्ट्री में आयोनिक इक्विलीब्रियम से कोई प्रश्न नहीं पूछा गया और इस वर्ष सिलेबस में जोड़े गये फिजीकल केमिस्ट्री से पांच प्रश्न आये थे, जबकि इस वर्ष सिलेबस में जोड़े गये टॉपिक एक्सपीरिमेन्टल स्किल्स से एक भी प्रश्न नहीं पूछा गया. कई सवालों में कैलकुलेशन कठिन रहा. कक्षावार में 11वीं कक्षा के सिलेबस से 20 एवं 12वीं कक्षा के सिलेबस से 30 प्रश्न पूछे गये थे.

अररिया, भोजपुर, अरवल, औरंगाबाद, बांका, बेगूसराय, पश्चिमी चंपारण, कैमूर, भागलपुर, बक्सर, दरभंगा, गोपालगंज, जमुई, जहानाबाद, कटिहार, खगड़िया, लखीसराय, मधेपुरा, पूर्वी चंपारण, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, नवादा, पूर्णिया, समस्तीपुर, रोहतास, शेखपुरा, सीवान, सुपौल, गया, वैशाली (हाजीपुर), मधुबनी, नालंदा, सीतामढ़ी, वैशाली में 180 परीक्षा सेंटर बनाये गये थे. परीक्षा के दौरान पटना में 2% स्टूडेंट्स अनुपस्थित रहे हैं.

नीट-यूजी 2024 का पेपर लीक करने के संदेह में पुलिस ने पटना से पांच लोगों को रविवार की देर शाम हिरासत में ले लिया. पटना के एसएसपी राजीव मिश्र ने बताया कि पेपर लीक मामले में पटना में अलग अलग जगहों पर छापेमारी की गयी. इस मामले में पांच लोगों से पूछताछ की जा रही है. इस बीच रांची में एक परीक्षा केंद्र से एक स्कॉलर सहित छह परीक्षार्थी कदाचार के आरोप में पकड़े गये, वहीं पूरे देश में 50 से अधिक लोगों को पकड़ा है, जिनमें कई एमबीबीएस स्टूडेंट्स भी हैं. हालांकि, एनटीए ने पेपर लीक होने की बात से इंकार किया है. मालूम हो कि रविवार को बिहार सहित देश भर के 4750 केंद्रों पर नीट की परीक्षा ली गयी थी. करीब 24 लाख स्टूडेंट्स इस परीक्षा में शामिल हुए.

पटना एसएसपी ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि नीट परीक्षा में धांधली की जा रही है. इसी आधार पर टीम बना छापेमारी की गयी. इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. देर रात तक कई थाना क्षेत्रों में छापेमारी जारी थी. सूत्रों की मानें, तो सिकंदर यादव सहित पांच लोगों को स्थानीय पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसी ने उठाया है.

पुलिस को संदेह है कि ये सभी लोग नीट यूजी पेपर लीक कराने में लगे हुए थे. इन लोगों के पास से जो कागजात मिले हैं, उनकी भी जांच की जा रही है. सूत्रों के अनुसार पटना में कथित रूप से कई सेंटरों पर स्कॉलर को बैठाया गया था. सॉल्वर गैंग के पास पहले से ही नीट यूजी के प्रश्न पत्र मौजूद थे. कहा जा रहा है कि स्टूडेंट्स को लगातार प्रश्न पत्र रटाये गये थे. हालांकि, इन बातों की अधिकारिक रूप से किसी ने पुष्टि नहीं की है.

गौरतलब है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने नीट यूजी 2024 परीक्षा से करीब एक माह पहले ही जांच एजेंसियों को सतर्क रहने को कहा था. एनटीए खुद भी इस पर लगातार नजर रख रही थी. इससे पहले जेइइ मेन एग्जाम में जिन 10 लोगों को पकड़ा गया था, उसी के आधार पर नीट यूजी को लेकर हाइ अलर्ट जारी किया गया था. इसके बाद से ही जांच जारी थी. सूत्रों के अनुसार जांच में मिली जानकारी पर ही पटना में छापेमारी कर पांच लोगों को उठाया गया है.

सूत्रों की मानें तो नीट यूर्जी पेपर लीक कराने वाले गिरोह ने एक-एक कैंडिडेट से लाखों रुपये वसूले थे. सूत्रों ने बताया कि कई कैंडिडेट्स से 20 लाख रुपये लेकर उन्हें प्रश्न-पत्र रटाने के लिए पटना के विभिन्न लॉजों में रखा गया था. पुलिस ने सुबह भी कंकड़बाग इलाकों में छापेमारी की थी, जहां से प्रश्न पत्र मिलने की बात सामने आयी है. पकड़े गये लोगों से पूछताछ में कई जिलों में प्रश्न-पत्र बांटने की बात सामने आयी है. बिहार के 35 जिलों में सेंटर बनाये गये थे.

रांची के बरियातू डीएवी से जिस स्कॉलर को गिरफ्तार किया है, उसका नाम आशिफ है. वह मूल रूप से सीवान का है. आशिफ प्रियांशु नाम के युवक की जगह परीक्षा देने आया था. आशिफ ने पुलिस को बताया कि वह दरभंगा मेडिकल इंस्टीट्यूट से पढ़ाई कर रहा है. उसे प्रियांशु के स्थान पर परीक्षा देने के एवज में पांच लाख रुपये देने का ऑफर दिया गया था. इस कारण वह परीक्षा देने के लिए रांची आया हुआ था.

पेपर लीक पर मामले मे एनटीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नियमों के मुताबिक छात्रों को परीक्षा के बाद केवल प्रश्न पत्र के साथ हॉल से बाहर जाने की अनुमति है. लेकिन, कुछ छात्र पहले ही जबरदस्ती बाहर चले गये, इसके चलते प्रश्न पत्र शाम करीब चार बजे इंटरनेट पर प्रसारित हो गया. हालांकि, तब तक देशभर के अन्य सभी केंद्रों पर दो घंटे की परीक्षा हो चुकी थी. इसलिए, नीट यूजी का प्रश्न पत्र लीक नहीं हुआ है. उन्होंने बताया कि एनटीए ने पहले ही कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए केंद्रीय जांच एजेंसी को जिम्मेदारी सौंपी थी. जेइइ मेन एग्जाम में जिन 10 लोगों को पकडा गया था, उसी के आधार पर नीट यूजी को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया था.

नीट यूजी की परीक्षा में कदाचार के आरोप में देश भर में 50 से अधिक लोगों को पकड़ा गया है. पकड़े गये लोगों में कई एमबीबीएस के छात्र भी शामिल हैं. हालांकि पेपर लीक की बात गलत है.

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